UP Election 2022 Opinion Poll: UP चुनाव पर यशवंत देशमुख के साथ समझिए वोटर्स का मूड...आज चुनाव हुए तो कौन मारेगा उत्तर प्रदेश में बाजी...कृषि कानून वापसी के बाद क्या बीजेपी को मिलेगा फायदा?
C-Voter के संपादक यशवंत देशमुख अब तक यूपी में 3 ओपिनियन पोल कर चुके हैं और उनके ट्रैकर जनता के मूड को लगातार नाप रहे हैं. एडीटर जी ने यशवंत से उनके आंकड़ों के आधार पर खास बातचीत की. यशवंत के मुताबिक कृषि कानून वापसी से BJP को फायदा नहीं होगा.
यूपी में अल्पसंख्यक वोट तय हो गया है. जाटव वोटर सपा के साथ जाने की संभावना नहीं है. ब्राह्मण की बीजेपी से नाराजगी अर्धसत्य है क्योंकि ब्राह्मण बीजेपी को वोट देगा या घर पर बैठेगा. जाट, जाटव और यादव का समीकरण बहुत मायने रखता है.
2014 में उत्तर प्रदेश में जातियों का वोटिंग पैटर्न बदल गया था. मोदी ने गैर जाटव दलितों को BJP से जोड़ा और गैर यादव OBC भी BJP का वोटर बनाया.
2007 में बाह्मण वोट मायावती को मिलने के बाद दलितों का वोट ब्राह्मणों को भी जाने लगा. ये दो तरफा रास्ता दोनों ओर खुल गया इसलिए दलित वोट सपा को नहीं मिलेगा.
समाजवादी पार्टी ने दलित यादव, दलित जाट समीकरण बनाने पर ध्यान नहीं दिया इसका उनको नुकसान हुआ है.
अब ब्राह्मण ,बनिया सिर्फ BJP का वोट बैंक नहीं. बीजेपी के साथ बड़ी संख्या में गरीब वोट जुड़ा है जिसे चुनावी पंडित नजरअंदाज कर देते हैं.
यूपी में BJP का 60% नुकसान अकेले पश्चिम यूपी में होगा. बहुत कुछ इस पर भी निर्भर करता है कि बीजेपी कितने मौजूदा विधायकों का टिकट काटती है. कैंडिडेट का चुनाव बीजेपी को डुबा भी सकता है और जिता भी सकता है.
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