बिहार विधान सभा चुनाव के लिए जारी मतगणना में सभी 243 सीटों के रुझान सामने आ गए है. शाम 4 बजे तक तक आए आंकड़ों ये साफ इशारा कर रहे हैं कि सीमांचल में ओवैसी फैक्टर ने महागठबंधन का खेल बिगाड़ दिया है. सियासी समीकरण के लिहाज से सीमांचल महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि यहां के चार जिलों- पूर्णिया में 35 फीसदी, कटिहार में 45 फीसदी, अररिया में 51 फीसदी और किशनगंज में 70 फीसदी मुस्लिम वोट हैं. AIMIM ने बिहार की 20 सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे थे, जिनमें से 14 उम्मीदवार सीमांचल इलाके की ही सीटों पर हैं. बिहार चुनाव के अभी तक आए रुझान में ओवैसी की पार्टी तीन सीटों पर आगे चल रही है जबकि दो सीटों पर दूसरे नंबर पर है. सीमांचल की 24 विधानसभा सीटों में से एनडीए को 11 सीटों पर बढ़त नजर आ रही है जबकि महागठबंधन महज पांच सीटों पर आगे चल रहा है. इसके अलावा आठ सीटें अन्य को मिल रही हैं.