अब उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में भी बारिश और बाढ़ (UP Floods) का कहर देखने को मिल रहा है. राज्य में 21 जिलों के 357 गांव बाढ़ से बेहाल हैं. बनारस (Varanasi) में बाढ़ की वजह से वरुणा के तटवर्ती इलाकों में घरों में पानी घुस कर चुका है. गंगा (Ganga) में उफान से निचले इलाकों में दहशत का माहौल है, शहरी कॉलोनियों में पानी घुसने लगा है. मणिकर्णिका घाट और हरिश्चंद्र घाट पर छत के ऊपर शवों का अंतिम संस्कार हो रहा है.
झांसी (Jhansi Rain) में बारिश के कारण बांधों का जलस्तर लगतार बढ़ रहा है. बेतवा और धसान नदी के आसपास के लगभग 50 गांव में अलर्ट जारी किया गया है. गांव के प्रधानों को इलाके की लगातार निगरानी करने को कहा गया है. सोमवार सुबह माताटीला समेत आस-पास के 6 बांधों से 2 लाख 46 हजार 265 क्यूसेक पानी बेतवा और धसान नदी में छोड़ा गया है.
गंगा यमुना के बढ़ते जलस्तर की वजह से प्रयागराज के दारागंज श्मशान घाट भी डूब गया है. बताया जा रहा है कि तहसील सदर, सोरांव, फूलपुर, हंडिया, बारा, करछना व मेजा के कई गांव बाढ़ से प्रभावित हो सकते हैं. हजारों घर में बाढ़ का पानी घुस गया है. कछारी इलाके के सैकड़ों घरों में तो कमर तक पानी पहुंच गया है. इसकी वजह से सात शिविरों में 227 परिवार के 1600 से अधिक लोगों को शरण लेनी पड़ी है.
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