Paani Project: जल संकट दूर करने के लिए Teri और UNDP के साथ Editorji की खास पहल, चलो बूंदों को जोड़ते हैं

Updated : Oct 14, 2021 17:02
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Editorji News Desk

Paani Project: 60 करोड़ लोग या यूं कह लें कि भारत की लगभग आधी आबादी. क्या आपको पता है कि ये आधी आबादी भयंकर जल संकट (water crisis) का सामना कर रही है. नीति आयोग के अनुमान के मुताबिक 2030 तक दिल्ली समेत देश के 21 बड़े शहरों में भूमिगत जल (groundwater) खत्म हो जाएगा. ये हाल तब है जब भारत में दुनिया की 16% आबादी बसती है लेकिन मीठे पानी के संसाधनों के मामले में भारत की हिस्सेदारी सिर्फ 4% है. परेशानी ये है कि भारत के पास 2030 तक जरूरत के मुकाबले इस्तेमाल के लिए सिर्फ आधा पानी रह जाएगा.

भारत का जल संकट वास्तविक और गंभीर है. तबाही का दिन एक सदी नहीं बल्कि एक दशक से भी कम दूर है. अब हमें तुरंत कार्रवाई करने की जरूरत है.
जल संकट हमारी आंखों के सामने है... ये वक्त समाधान और पानी की बात करने का है. इसीलिए Teri और UNDP के साथ Editorji पानी की समस्या का पता लगाने और समाधान पर बात करने के लिए एक मिशन पर चल रहा है.
अब बड़ा सवाल ये है कि भारत के जल संकट को दूर करने के लिए क्या किया जा सकता है?

हम विशेषज्ञों और नीति निर्माताओं की मदद से मुश्किलों का हल निकाल सकते हैं. जिसके तहत इन बिंदुओं पर गौर किया जा सकता है. 

- बारिश के पानी को संग्रहित कर सकते हैं
- नदियों और प्राचीन जल निकायों को जोड़ सकते हैं
- नाले के पानी की सफाई कर सकते हैं
- नदियों की सफाई कैसे करें ये सीख और बता सकते हैं
- जल का घरेलू संरक्षण कर सकते हैं
- हर घर में पाइप से पानी पहुंचाना जरूरी
- भूजल को फिर से भरना बड़ी जिम्मेदारी

यह सिर्फ एक और कैंपेन नहीं है, यह ऐसे समाधानों की तलाश है जिसे आसानी से अपनाया जा सके. इस विषय पर हम आपके लिए ग्राउंड रिपोर्ट भी लाएंगे जो विशिष्ट समस्याओं की पहचान करेगी. साथ ही सरकार, समुदायों, गैर सरकारी संगठनों, उद्योग और उन व्यक्तियों के प्रयासों को भी दिखाएंगे जिनकी कोशिशें वास्तव में जल संकट से निपटने में कारगर रही हैं.

जल संकट को दूर करने के लिए कई स्तरों पर प्रयास जारी है. उदाहरण के लिए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत में जल जीवन मिशन की घोषणा की. अगस्त 2019 में शुरू की गई इस महत्वाकांक्षी योजना का लक्ष्य 2024 तक 19.1 करोड़ ग्रामीण घरों में नल के माध्यम से पीने योग्य पानी उपलब्ध कराना है. मौजूदा वक्त में हर छह घरों में से एक में ही नल का पानी उपलब्ध है. कई मुश्किलों के बावजूद इस समय सीमा के दौरान 3 करोड़ से ज्यादा घरों में नल का पानी उपलब्ध कराया गया है, ये संख्या आजादी के बाद से अब तक जितने घरों में वॉटर सप्लाई पहुंची है उसके बराबर है. हम ऐसे सभी प्रयासों को सूचीबद्ध करेंगे, जो परिवर्तन ला रहे हैं. हम इन प्रयासों को परिणाम में बदलने के लिए बेस्ट तरीके पेश करेंगे. पानी परियोजना जल संकट से निपटने में मदद करने के लिए लोगों और नीति निर्माताओं के बीच एक पुल का काम करेगी.

इस खास और बहुत जरूरी सफर में आप भी हमारे साथ जुड़िए. पानी परियोजना - चलो बूंदों को जोड़ते हैं...

TERINITI AAYOGIndiaUNDPWater Crisisground waterwater retention

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