चेन्नई के कुछ रिसर्चर्स ने एक स्टडी के दौरान पाया कि अगर आपके बच्चे की उम्र पांच साल से कम है और वो मोबाइल की स्क्रीन या टीवी के आगे बहुत ज़्यादा टाइम बिताते है तो ये उनके विकास में रुकावट पैदा कर सकता है.
पांच साल से कम उम्र के बच्चों की परफॉरमेंस का आंकलन करते हुए रिसर्चर्स ने पाया कि जिन बच्चों ने अपना ज़्यादा समय टीवी या मोबाइल की स्क्रीन के सामने बिताया उनमें किसी भी बात को समझने की क्षमता उन बच्चों की तुलना में कम नज़र आई जिन्होंने स्क्रीन के सामने कम समय बिताया.
PLOS वन में छपी इस स्टडी के लिए लगभग 718 बच्चों पर रिसर्च की गई जिनमें से 70 प्रतिशत बच्चे ज़रूरत से ज़्यादा वक़्त टीवी या मोबाइल के सामने बिता रहे थे. यहां तक कि ज़्यादातर बच्चे एक साल का होने से पहले ही टीवी स्क्रीन देखने के आदी हो चुके थे.
उनके विकास में हो रही देरी के बारे में चर्चा करते हुए रिसर्चर्स का कहना है कि बच्चे अपने पेरेंट्स या आस पास के लोगों से सीखते हैं और 3 साल की उम्र का होने तक काफी सारे शब्द बोलना सीख जाते हैं. लेकिन जो बच्चे ज़्यादा समय स्क्रीन के सामने बिताते हैं वो ऐसा नहीं कर पाते हैं.
जब पेरेंट्स बच्चे को बोल रहे होते हैं यहां आओ और बैठ जाओ, इसका मतलब है वो बच्चे को दो आदेश दे रहे हैं, लेकिन बच्चा सिर्फ एक ही समझ पाता है जो कि चिंता का विषय है. जो बच्चे ज़्यादा टीवी देखते हैं वो उसमें दिखाई जाने वाली चीज़ों से कई ऐसे शब्द और भाषा सीख जाते हैं जो सही नहीं हैं.
स्क्रीन को पूरी तरह से अवॉयड किया जा सके ऐसा तो संभव नहीं है, लेकिन टीम का मानना है कि बच्चों की देखभाल करने वाले लोगों के लिए ये ज़रूरी है कि वो जितना हो सके इस बात पर ध्यान दें कि बच्चा क्या देख रहा है और स्क्रीन टाइम को कम करने की कोशिश करें.