चक्रवाती तूफान गुलाब(Cyclone Gulab) रविवार की रात ओडिशा और आंध्र प्रदेश (hit Odisha-Andhra) के तटीय इलाकों को पार कर गया है. मौसम विभाग के मुताबिक, तूफान गुलाब लगभग आधी रात को ओडिशा के कोरापुट जिले पहुंचा और उसके 6 घंटे बाद यानी सोमवार सुबह तक कमजोर होकर कम दबाव के क्षेत्र में बदल गया है. तटों और तूफान के इस टकराव के दौरान समंदर में ऊंची-ऊंची लहरें उठीं और कई इलाकों में तेज बारिश भी हुई. वहीं इस तूफान की चपेट में आने से आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के रहने वाले दो मछुआरों की बंगाल की खाड़ी में मौत (2 fishermen killed) की भी खबर है. जबकि एक अब भी लापता है. वहीं, तीन दूसरे मछुआरे सुरक्षित तट (coastal areas) पर लौट आए हैं.
दूसरी तरफ, कई मकानों के क्षतिग्रस्त होने और पेड़ों के उखड़ने की भी सूचना है. इसके मद्देनजर एनडीआरएफ की 13 टीमें को ओडिशा में तो, पांच टीमों को आंध्र प्रदेश में तैनात किया गया है. वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने आंध्र प्रदेश के सीएम रेड्डी और ओडिशा के सीएम पटनायक से बात की और वहां गुलाब से पैदा हुए हालात की समीक्षा की. पीएम ने इस दौरान हर संभव मदद का भरोसा भी जताया. अब इस तूफान का आफ्टर इफेक्ट सोमवार और मंगलवार को देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पर दिखाई दे सकता है. जबकि, चक्रवात गुलाव 29 सितंबर के आस पास पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में पहुंचेगा. जिसके मद्देनजर मौसम विभाग ने कहा है कि 28-29 सितंबर को दक्षिण बंगाल भारी बारिश हो सकती हैं और तेज हवाएं चल सकती हैं.