ब्रिटेन (Britain) में मंगलवार को प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) की सरकार में भूचाल पैदा हो गया जब आधे घंटे के भीतर सरकार के दो बड़े मंत्रियों ने पीएम बोरिस की देश चलाने की PM की क्षमता पर सवाल उठाते हुए इस्तीफा दे दिया. तभी चर्चा तेज हो गई थी कि पीएम बोरिस जॉनसन अपने पद इस्तीफा देने वाले है. अब खबर है, ब्रिटेन की सरकार में बड़ा फेरबदल हुआ है. ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कंजर्वेटिव पार्टी के लीडर (Conservative Party Leader) पद से इस्तीफा दे दिया है, हालांकि अक्टूबर में नया नेता चुने जाने तक वो कार्यवाहक प्रधानमंत्री के तौर पर काम करते रहेंगे. जॉनसन ने गुरुवार को राष्ट्र के नाम संबोधन भी दिया और अपनी उपलब्धियों का भी ब्यौरा दिया.
जॉनसन से जुड़े इन अपडेट्स के बीच आइए जानते हैं कि वे 2 बड़े स्कैंडल कौन से रहे जिनकी वजह से ब्रिटिश PM को पद छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा...
इस्तीफे की सबसे बड़ी वजह 30 जून को डिप्टी चीफ व्हिप की पोस्ट पर क्रिस पिंचर का अपॉइंटमेंट है. पिंचर सेक्स स्कैंडल में फंसे थे. अपॉइंटमेंट के बाद ही ब्रिटिश कैबिनेट से इस्तीफे का सिलसिला शुरू हो गया. पिंचर की नियुक्ति और जॉनसन के काम करने के तरीके से नाराज 50 मंत्री और सांसदों ने इस्तीफा दे दिया. इन लोगों का कहना है कि ब्रिटिश पीएम सब जानते थे, इसके बावजूद पिंचर की नियुक्ति की. सरकार के खिलाफ अविश्वास इस कदर बढ़ता जा रहा है कि 36 घंटे पहले ही मंत्री बनाए गए मिशेल डोनेलन ने भी इस्तीफा दे दिया.
वो वजह जिसकी वजह से बोरिस जॉनसन कुर्सी गई
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक 30 जून को ब्रिटेन के समाचार-पत्र 'द सन' ने एक रिपोर्ट छापी थी, जिसमें दावा किया गया था कि सत्ताधारी कंज़र्वेटिव पार्टी के सांसद क्रिस पिंचर (Conservative Party MP Chris Pincher) ने लंदन के एक प्राइवेट क्लब में दो मर्दों को आपत्तिजनक तरीक़े से छुआ.' द सन' की रिपोर्ट आने के बाद पिंचर को इस्तीफ़ा देना पड़ा. मगर कुछ ही दिनों के भीतर ब्रिटेन की मीडिया में ऐसी और भी रिपोर्टें आईं. हाल के वर्षों में पिंचर के कथित यौन दुर्व्यवहार से जुड़े कम-से-कम छह और मामले सामने आए.
इसके बाद पिंचर को पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया. उन्होंने माफ़ी मांग ली और कहा कि वो जांच में पूरा सहयोग करेंगे. इस पूरे मामले में बोरिस जॉनसन वैसे तो इस सेक्स स्कैंडल से सीधे-सीधे लिप्त नहीं हैं, मगर इस स्कैंडल ने उन्हें मुश्किल में डाल दिया है.
1 जुलाई को ब्रिटेन सरकार ने पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री को पिंचर की नियुक्ति से पहले उन पर लगे किसी आरोप की कोई जानकारी नहीं थी. सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री को पिंचर पर लगाए गए ख़ास आरोपों की जानकारी नहीं थी. इन्हीं सभी आरोपों की वजह से जॉनसन के अपने सरकार के मंत्री नराज हो गए और इस्तीफें की झड़ी लगा दी. हांलाकि बाद में जॉनसन ने मॉफी भी मांगी, परंतु आखिकार जॉनसन को इस्तीफा को देना ही पड़ा.
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Partygate
मई 2020 में ब्रिटेन कोरोना की पहली लहर से जूझ रहा था. देशभर में लॉकडाउन लगा था. लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल्स का पालन करने के लिए कहा जा रहा था. उसी दौर में ब्रिटिश पीएम अपने घर और दफ्तर में पार्टी कर रहे थे. इतनी शराब पार्टी चली उनके दफ्तर में कालीन तक बदलनी पड़ गई. जॉनसन ने बार-बार आरोपों से इनकार किया और कहा कि उनके या उनके सहयोगियों द्वारा कोई लॉकडाउन नियम नहीं तोड़ा गया है.
25 मई को वरिष्ठ सिविल सेवक सू ग्रे ने एक बहुप्रतीक्षित रिपोर्ट प्रकाशित की जिसमें डाउनिंग स्ट्रीट पर मई 2020 और अप्रैल 2021 के बीच 16 पार्टियों के विवरण और तस्वीरें सामने आईं. जॉनसन कथित तौर पर शराब वाली छह पार्टियों में मौजूद थे. जिससे पूरे देश में मेसेज गया कि देशभर में लॉकडाउन के दौरान ऐसा हुआ, जब लोगों को कोविड प्रोटोकॉल्स का पालन करने के लिए कहा जा रहा था, उसी दौर में ब्रिटिश पीएम अपने घर और दफ्तर में पार्टी कर रहे थे.
अगले PM कौन हो सकते है?
ब्रिटेन के नए PM की रेस में पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक और फॉरेन कॉमन वेल्थ एंड डेवलपमेंट अफेयर्स सेक्रेटरी लिज ट्रस आगे हैं. कोरोना राहत पैकेज के कारण सुनक खासे लोकप्रिय हैं. बताते चले कि ऋषि की पत्नी अक्षता मूर्ति भी एक्टिव हो गई हैं. अक्षता इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति की बेटी हैं.
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