केंद्र सरकार के नए IT नियमों और 'टूलकिट' (Toolkit Controversy) विवाद के बीच गुरुवार को ट्विटर ने अपनी चुप्पी तोड़ी. ट्विटर (Twitter) ने कहा है कि भारत में अभिव्यक्ति की आजादी को खतरा है, हालांकि कंपनी ने कहा कि वो नए कानूनों का पालन करने के लिए तैयार है. ट्विटर ने पुलिस द्वारा डराने-धमकाने की रणनीति के उपयोग करने पर भी चिंता व्यक्त की है.
ट्विटर के प्रवक्ता ने कहा - फिलहाल जो भी घटनाक्रम सामने आए हैं, उनके चलते हम भारत में अपने कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. इसके साथ ही हम जिन लोगों को सेवा प्रदान करते हैं इससे उनकी अभिव्यक्ति के अधिकार को भी खतरा हो सकता है.
ट्विटर ने ये भी कहा है कि हम अपनी सेवाओं को जारी रखने के लिए देश के कानूनों का पालन करेंगे लेकिन हम अपनी पारदर्शिता जारी रखेंगे, हर तरह की आवाजों को जगह देंगे, साथ ही निजता और अभिव्यक्ति की आजादी की सुरक्षा के सिद्धांतों पर भी अडिग रहेंगे. कंपनी ने कहा कि वो फ्री स्पीच के लिए आवाज उठाती रहेगी और सरकार से भी बात करती रहेगी ताकि साझा समाधान निकल सके.