बरसात का मौसम आते ही चारों तरफ हरियाली दिखने लगती है, गर्मी से राहत मिलने लगती है और हर तरफ खूबसूरती नज़र आती है. लेकिन एक और चीज़ है जो ये मौसम अपने साथ लेकर आता है और वो हैं बीमारियां. अनफॉर्चुनेट्ली अभी भी बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जो मॉनसून में होने वाली बीमारियों से अनजान हैं. कहते हैं ना इलाज़ से बेहतर है रोकथाम. इसलिए हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसी बीमारियों के बारे में जो बारिश के मौसम में आपको घेर सकती हैं.
मच्छरों से होने वाली बीमारियां
बरसात के मौसम में मच्छरों से होने वाली बीमारियों जैसे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनियां का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए ज़रूरी है कि बारिश के मज़े लेते समय खुद को मच्छरों से बचा कर रखें. अपने आस पास पानी जमा ना होने दें, घर से बाहर निकलते समय मॉस्क्वीटो रेपेलेंट क्रीम लगाएं या खुद को ढकें.
कोल्ड और फ्लू
मॉनसून सीजन में कॉमन कोल्ड और फ्लू भी काफी ज़्यादा देखने को मिलता है. अगर आपको जुकाम, खांसी और तेज बुखार के साथ जोड़ों में दर्द होता है तो ये लक्षण कॉमन फ्लू के भी हो सकते हैं. कॉमन फ्लू पांच से सात दिनों तक रहता है. सिम्पटम्स नज़र आने पर तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें.
कॉलरा
कॉलरा बैक्टीरिया से होने वाली एक ऐसी बीमारी है जो पानी से फैलती है. बरसात के मौसम में कंटेमिनटेड खाना खाने या पानी पी लेने से ये बैक्टीरिया आपके शरीर में पहुंच जाता है. डायरिया और डिहाइड्रेशन इस बीमारी के मेन सिम्पटम्स हैं. हैजा से बचने के लिए कोशिश करें कि पानी उबालकर या फ़िल्टर कर के ही पिएं.
टायफॉइड
बरसात के मौसम में होने वाली एक और सबसे कॉमन बीमारी है टायफॉइड. साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया से होने वाली इस बीमारी को अगर सही से ट्रीट न किया जाए तो इसके रिलैप्स होने के चान्सेस भी बहुत ज़्यादा रहते हैं. टायफॉइड होने पर बुखार, डायरिया या वोमिटिंग जैसे सिम्पटम्स नज़र आ सकते हैं. दूषित पानी और खाने के अलावा संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी ये बीमारी सबसे ज़्यादा फैलती है.
हैपटाइटिस
हैपटाइटिस A और E भी मानसून सीजन में होने वाली आम बीमारियों में से एक है. पीलिया होने पर हेपेटाइटिस ए हो सकता है. ये लिवर सेल्स में इंफेक्शन होने के कारण होता है. हैपटाइटिस के बैक्टीरिया दूषित खाने की चीजों से और पीने का पानी बिना उबाले या बिना फिल्टर किए पीने से शरीर के अंदर चले जाते हैं. लिवर के रोगग्रस्त होने के कारण ब्लड में बिलरुबिन की मात्रा बढ़ जाती है. इससे शरीर के अंग पीले दिखाई देते है और पीलिया हो जाता है.
बरसात में होने वाली बीमारियों से बचने के लिए आप इन तरीकों को अपना सकते हैं.
1.घरों को साफ रखें, कूलर, गड्ढे, गमलों और टायर में ज्यादा दिनों तक पानी न इकट्ठा होने दें. इनमें मच्छर पनपने लगते हैं.
2.मलेरिया से बचने के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें.
3.घर से बाहर निकलते समय मॉस्किटो रेपेलेंट क्रीम लगाएं.
4.साफ-सफाई से बनी चीजें ही खाएं.
5.पानी उबाल कर या फिल्टर वाटर ही पिएं.
6.बाहर का खाना खाने से बचें.
7.पब्लिक वॉशरूम को सेफ्टी के साथ इस्तेमाल करें.
8.ब्रश और टंग क्लीनर को एंटीसेप्टिक माउथवाश से साफ़ करें.