जापान की राजधानी में खेले गए टोक्यो ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने अबतक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके दिखाया. भारत ने एक गोल्ड, दो सिल्वर और चार ब्रॉन्ज मेडल को अपने किया. नीरज चोपड़ा ट्रैक एंड फील्ड में 100 साल से जारी लंबे इंतजार को खत्म करते हुए देश को गोल्ड मेडल दिलाया. आइए एक नजर डालते हैं ऐसे छह खिलाड़ियों पर जिन्होंने खेल के इस महाकुंभ में देश का मान बढ़ाया.
मीराबाई चानू ने किया शानदार आगाज
वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक में देश को पहला मेडल दिलाया. मीराबाई ने 202 किलो का भार उठाते हुए सिल्वर मेडल को अपने नाम किया. इस मेडल को जीतने के साथ ही मीरबाई चानू ने रियो ओलंपिक में अपने खराब प्रदर्शन का हिसाब भी चुकता कर दिया.
अदिति अशोक ने गोल्फ में दिलाई भारत को पहचान
अदिति अशोक ने टोक्यो ओलंपिक में बिना कोई मेडल हासिल किए वो मुकाम हासिल किया, जिसकी तारीफ हर तरफ हुई. महिला गोल्फ की दुनिया में अदिति ने ओलंपिक में देश को पहचान दिलाई और वह मामूली अंतर से मेडल लाने से चूक गईं. अदिति ओलंपिक में 200वीं रैंक लेकर टूर्नामेंट में शिरकत करने पहुंची थीं और वह ब्रॉन्ज मेडल लाने से सिर्फ एक स्ट्रोक दूर रह गईं.
डेब्यू ओलंपिक में रवि दहिया ने सिल्वर मेडल पर लगाया दांव
टोक्यो ओलंपिक में कुश्ती के खेल में सबसे ज्यादा उम्मीदें बजरंग पूनिया से लगाई जा रही थीं, लेकिन उनको ब्रॉन्ज मेडल से ही संतोष करना पड़ा. हालांकि, रवि दहिया ने अपने पहले ओलंपिक में ही 57 किलोग्राम की कैटेगरी में सिल्वर मेडल पर कब्जा करके देश के लोगों को जश्न में डूबने का मौका दिया. ऐसा करने क साथ ही वह ओलंपिक पोडियम में अपनी जगह बनाने वाले पांचवें भारतीय रेसलर बने.
पीवी सिंधु ने दूसरे ओलंपिक मेडल पर जमाया कब्जा
2016 रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल अपने नाम कर चुकी पीवी सिंधु ने टोक्यो में भी अपना दमदार खेल दिखाया और ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा किया. वह भारत की तरफ से दो ओलंपिक मेडल हासिल करने वाली पहली महिला एथलीट बनीं.
हॉकी टीम ने ओलंपिक में खत्म किया 41 साल का सूखा
टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने फैन्स को झूमने का मौका दिया. मनप्रीत सिंह की अगुवाई में टीम ने पूरे टूर्नामेंट में दमदार खेल दिखाया और 41 साल का सूखा खत्म करते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया. मेंस टीम फॉर्म में रही तो महिला हॉकी टीम ने भी मेडल लाने की पुरजोर कोशिश की. रानी रामपाल की कप्तानी में टीम ओलंपिक के इतिहास में पहली बार सेमीफाइनल तक पहुंची. हालांकि मैदान पर जबरदस्त लड़ाई लड़ने के बावजूद टीम को ग्रेट ब्रिटेन के हाथों 3-4 से हार झेलनी पड़ी.
नीरज चोपड़ा का ऐतिहासिक गोल्ड मेडल
मीराबाई चानू, रवि दहिया जैसे खिलाड़ियों ने टोक्यो ओलंपिक का आगाज शानदार किया तो इसका अंत नीरज चोपड़ा ने यादगार तरीके से किया. नीरज ने जैवलिन थ्रो में 87.58 मीटर का थ्रो फेंककर ओलंपिक में देश को दूसरा गोल्ड मेडल दिलाया. नीरज ने ट्रैक एंड फील्ड में 100 साल से भी ज्यादा समय से जारी लंबे इंतजार को भी खत्म किया.