Imran Khan on Taliban: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे पर कहा है कि - अफगान लोगों ने गुलामी की बेड़ियां तोड़ दी हैं. पाकिस्तानी पीएम ने तालिबान का नाम लिए बिना एक कार्यक्रम में उपनिवेशवाद पर कहा कि - अंग्रेजी शिक्षा गलत नहीं, लेकिन जब आप उसके साथ अंग्रेजी कल्चर को भी अपना लेते हैं तो ये मानने लगते हैं कि - वो संस्कृति आपसे अच्छी है और फिर आप उसके गुलाम हो जाते हैं. कार्यक्रम में इमरान ने कहा कि दिमागी तौर पर गुलाम होना असल में गुलाम होने से अधिक बुरा है.
आपको बता दें कि पाकिस्तान उन तीन देशों में से एक था जिसने साल 1996 में अफग़ानिस्तान में तालिबान की सरकार को मान्यता दी थी. पाकिस्तान की बड़ी धार्मिक पार्टियां जमात-ए-इस्लामी और जमीयत-उलेमा-ए-इस्लाम ने तालिबान को बधाई दी है. तो वहीं पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने सोमवार को तालिबान को लेकर इमरान सरकार का रुख साफ किया, उन्होंने लिखा- हम ये मानते हैं कि बातचीत से राजनीतिक समझौता ही आगे का रास्ता है. हम अफग़ानिस्तान में लगातार गृह युद्ध नहीं देख सकते हैं.