क्लीवलैंड क्लिनिक के रिसर्च के मुताबिक, अधिक वज़न वाले बच्चे जो हेल्दी इटिंग के पैटर्न को फॉलो करते हैं, उनके वज़न में काफी सुधार होता है और अलग-अलग तरह के दिल के बीमारी के ख़तरे कम होते है. बच्चों में मोटापे को लेकर की गई स्टडी के रिज़ल्ट को जर्नल ऑफ क्लिनिकल पीडियाट्रिक्स में छापा गया था.
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Centers for Disease Control and Prevention के अनुसार, ओबेसिटी यानी मोटापा 5 बच्चों में से एक को प्रभावित करता है. जो बच्चे मोटे होते हैं उनमें हाई ब्लडप्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल होने की संभावना अधिक होती है जो दिल की बीमारी का रिस्क फैक्टर है.
स्टडी के लिए रिसर्चर्स ने एक साल तक 9 से 18 साल के बच्चों के खाने के पैटर्न का आंकलन किया. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन डायट, मेडिटेरेनियन डायट और प्लांट-बेस्ड डायट स्टडी में शामिल किये गए 3 हेल्दी इटिंग पैटर्न थे. वज़न, सिस्टोलिक और डायसिस्टोलिक ब्लडप्रेशर, टोटल कोलेस्ट्रॉल और लो-डेन्सिटी लिपोप्रोटीन में सुधार तीनों डायट से जुड़े थे.
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स्टडी से पता चलता है कि हेल्दी खाने की आदत कितना ज़रूरी है इसीलिए जितनी जल्दी संभव है उतनी जल्दी ये आदत डालिये. रिसर्चर्स के मुताबिक, दिल की बीमारी होने का ख़तरा बचपन से ही शुरू हो जाता है इसीलिए इसकी रोकथाम भी वहीं से शुरू कर देनी चाहिए