देश में बढ़ते कोरोना वायरस के केसों ने जहां चिंता बढ़ा दी है वहीं अच्छी खबर ये भी है कि दूसरी लहर ज्यादा खतरनाक नहीं है. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक आंकड़े इसकी तस्दीक करते हैं. साल 2021 में आए कुल मामलों में केवल 0.87 मरीजों की मौत हुई है. जबकि कोरोना की पहली लहर में मौत का अनुपात 1.14% था. देश में सबसे बुरी तरह प्रभावित राज्य महाराष्ट्र के आंकड़े भी इस मुहर लगाते हैं . यहां भी पिछले साल मौत का अनुपात 2.38 फीसदी था जो अब घटकर 1.2 फीसदी हो गया है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि देश में नए मामले तो सामने आ रहे हैं लेकिन पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर में बहुत हल्के लक्षण हैं.