अगर आपको भी सर्दियों में बहुत ज्यादा नींद आती है तो चलिए जानते हैं कि ऐसा क्यों होता है.
सर्दियों में तापमान कम हो जाता है और जब टेम्परेचर घटने लगता है तो हमारी बॉडी का इंटरनल क्लॉक या सरकाडियन रिदम पर असर होता है.
सर्दियों में दिन का समय छोटा होता है और रात का समय लंबा होता है. इससे हमारी बॉडी को लगता है कि ज्यादा नींद आनी चाहिए.
सर्दियों में मेलाटोनिन हॉर्मोन का प्रोडक्शन बढ़ जाता है. यह हॉर्मोन स्लीप-वेक साइकिल को कंट्रोल करता है.
कुछ लोगों को सर्दियों में 'सीजनल अफ्फेक्टिव डिसऑर्डर' होता है जिसमें उन्हें लो मूड और ज्यादा नींद आने की प्रॉब्लम होती है.
ठंड में लोग कम फिजिकल एक्टिविटी करते हैं क्योंकि ठंड ज़्यादा होती है. फिजिकल एक्टिविटी से एनर्जी रिलीज़ होती है जो नींद को रेगुलेट करने में मदद करती है.
ठंड के मौसम में सेरोटोनिन लेवल पर भी असर पड़ता है. सेरोटोनिन मूड और स्लीप को कंट्रोल करता है.