रेगुलर वॉकिंग से दिल की धड़कन को नियंत्रित किया जा सकता है और दिल के दबाव को कम किया जा सकता है जिससे दिल की बिमारियों का खतरा कम होता है.
रेगुलर वॉकिंग वजन कंट्रोल करने में सहायक होती है. यह कैलोरीज बर्न कर वजन घटाने में मदद करता है और मेटाबोलिज्म को भी बढ़ाता है.
चलने से पैरों के मसल्स को मजबूती मिलती है और उन्हें टोन किया जा सकता है. इसके अलावा कमर, पेट और आर्म्स के मसल्स की भी एक्सरसाइज हो जाती है.
चलने से शरीर में एंडोर्फिन्स रिलीज होते हैं जो तनाव और चिंता को कम करने में सहायक होता है और मन को शांत रखता है.
रेगुलर वॉकिंग से इन्सुलिन का इस्तेमाल बढ़ जाता है जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल होता है और डायबिटीज का खतरा कम होता है.
रेगुलर वॉकिंग से शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है और शरीर में लचीलापन आता है जिससे शरीर के दर्द और अकड़न में कमी होती है.
ज्यादा एक्टिविटी से शरीर थक जाता है जिससे अच्छी नींद आती है और नींद की समस्याओं से छुटकारा मिलता है.