विज्ञान के मुताबिक तुलसी का पौधा आम पौधे के विपरीत रात में भी ऑक्सीजन छोड़ता है. तुलसी पत्ता एक औषधि के रूप में तो इस्तेमाल होता है
आयु्र्वेद के जानकारों के मुताबिक, हर रोज एक कप तुलसी की चाय एक दिन के योगाभ्यास के बराबर फायदा पहुंचती है.
तुलसी के पत्ते शरीर में न्यूरोट्रांसमीटर को उत्तजित करते हैं जिससे हॉर्मोन रेग्युलेट होते हैं
तुलसी में मौजूद एडाप्टोजेन एक बेहतरीन स्ट्रेस बस्टर है जिससे डिप्रेशन और किसी भी तरह के तनाव से लड़ने में मदद मिलती है.
हिन्दुओं के लिए पूजनीय तुलसी शरीर को डिटॉक्सीफाई करने और पेट से जुडी समस्याओं को दूर करने में भी मददगार है.
चाहे वो जोड़ों का दर्द हो, सांस की बदबू हो या फिर सर्दी-जुकाम, ये पावरफुल पौधा अपने आप में एक घरेलू वैध है.