पियर्सिंग के बाद इसकी केयर इसीलिए भी जरूरी है क्योंकि छेद हुई स्किन इंफेक्शन के लिए सेंसिटिव होती है जिससे कई स्किन प्रॉबल्म्स हो सकती हैं.
पियर्सिंग होने के बाद उस जगह की साफ-सफाई को सुनिश्चित करें. दिन में दो बार उस जगह को साबुन और पानी या फिर सलाइन घोल से धोएं.
बैक्टीरिया से बचाने के लिए पियर्सिंग वाली जगह पर विटामिन ई या थोड़ा पेट्रोलियम जेली लगाएं.
पियर्सिंग के बाद हीलिंग प्रोसेस नाजुक होता है; इससे पूरी तरह से ठीक होने में महीनों लग जाते हैं. इसलिए, चोट लगने या अटकने वाले कपड़े ना पहनें.
पियर्सिंग को बंद होने से रोकने के लिए ईयरिंग्स को हल्के हाथों से थोड़ा-थोड़ा घुमाते रहें. ऐसा करने से पहले हाथों को साबुन से धोना ना भूलें.
पियर्सिंग एरिया में किसी भी तरह का दर्द, सूजन या खुजली होने पर डॉक्टर या एक्सपर्ट्स से तुरंत संपर्क करें.