कोलकाता के कालीघाट में काली मंदिर है जहां मां के पांव की चार अंगुलियां गिरी थीं.
गुजरात में अम्बाजी का मंदिर हैं. मान्यता है कि यहां मां का हृदय गिरा था.
नैनीताल में नैना देवी मंदिर है, यहां मां की आंखें गिरी थी. कहा जाता है कि वहां नैनी झील से पहले सती के नेत्र गिरे थे और उनके आंसूओं से वहां झील बनी.
हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा से कुछ दूरी पर ज्वाला देवी मंदिर है. माना जाता है कि यहां मां की जीभ गिरी थी.
गोवाहाटी से कुछ दूर कामाख्या देवी मंदिर है, माना जाता है कि यहां मां के गुप्तांग गिरे थे.
मध्यप्रदेश में हरसिद्धि देवी शक्तिपीठ है, यहां पर मां की कोहनी गिरी थी.
धार्मिक मान्यता है कि यहां माता का दाहिना घुटना गिरा था और यह शक्तिपीठ कुरुक्षेत्र में है.
कर्नाटक में देवी सती के दोनों कान गिरे थे. इस स्थान पर माता का जय दुर्गा स्वरूप पूजनीय है.
नेपाल के बिजयापुर गांव में माता सती के दांत गिरे थे. इसलिए इस शक्तिपीठ को दन्तकाली शक्तिपीठ कहा जाता है.
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में देवी का हिंगुला शक्तिपीठ है. मान्यता है कि यहां माता सती का सिर गिरा था.