लहसुन को मैग्नीशियम, सेलेनियम, कैल्शियम, विटामिन सी और विटामिन बी-6 का अच्छा स्रोत माना जाता है. खासकर सर्दियों में इसे खाना फायदेमंद होता है
लहसुन की तासीर गर्म होती है, जिससे शरीर का तापमान बढ़ता है और ठंड कम लगती है. लहसुन खाने से ब्लड फ्लो बढ़ता है, जिससे हाथ-पैरों में गर्मी आती है.
लहसून में सल्फर का कम्पाउंड एलिसिन होता है जो स्वाद और स्मेल को तेज बनाता है. ये इसे बढ़िया एंटीसेप्टिक, एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल एजेंट भी बनाता है.
लहसून के तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते है जो सूजन कम करने में फायदेमंद है. ये जोड़ों के दर्द में राहत दिलता है
कोलेस्ट्रॉल कम करने और दिल से जुड़ी बीमारियों को रोकने में ये फायदेमंद है. ये धमनियों के सख्त होने की गति को धीमा करके स्ट्रोक के खतरे को कम करता है.
कच्चे लहसुन को मुंहासों पर रगड़ने से उनसे छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है. हालांकि, इस उपाय को आजमाने से पहले आप स्किन एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें.
बहुत अधिक लहसून खाने से पेट फूलने और दूसरी परेशानियां हो सकती हैं. इसलिए हर रोज 1 से 2 लहसून की कलियां या फिर 7.2 ग्राम लहसून के अर्क से ज्यादा ना लें