सौंफ डाइजेशन को ठीक रखकर मेटाबोलिज्म को सुधारती है. इसमें मौजूद फाइबर से देर तक पेट भरे रहने का एहसास होता है, जिससे ओवरइटिंग नहीं होती
विटामिन ए से भरपूर सौंफ की लेन्स के प्रोटीन को भी सुधारने में भूमिका होती है, जिससे कैटरेक्ट का खतरा कम होता है
सौंफ में पोटेशियम होता है जो शरीर में एसिड बेस बैलेंस को रेग्युलेट करता है और हार्ट रेट को कंट्रोल करने में मदद करता है
सौंफ में एक फाइटोस्ट्रोजन पाया जाता है, जो लैक्टेशन में मदद करता है. दूध के साथ ये बच्चे के वजन बढ़ाने पर भी जोर देता है
सौंफ का पानी या फिर चाय पीने से पीरियड्स में भी आराम मिलता है. पीरियड क्रैम्प्स को कम करके ये पेट दर्द से राहत दिलाता है
पानी में सौंफ डालकर उबालें और इसे सिप लेकर पीयें. आप इसमें अजवायन, और अदरक डालकर इसका स्वाद बढ़ा सकते हैं