दिवाली की शाम घर के ईशान कोण या उत्तर दिशा में चौकी लगाकर लाल कपड़ा बिछाएं और लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति स्थापित करें.
अब भगवान का आचमन कर उन्हें गंगाजल से स्नान करवाएं.
अब भगवान को वस्त्र, फूल, चंदन, इत्र चढ़ाएं और भगवान के सामने पूजा की सभी सामग्री अर्पित करें.
अब भगवान को अपनी अनामिका उंगली से तिलक और अक्षत लगाएं.
अब भगवान के आगे दीये जलाएं और फिर लक्ष्मी-गणेश की पूजा करें.
अब भगवान की आरती करें और मंत्रो का जाप करें.
भगवान को दक्षिणा चढ़ाएं और इन्हें पूजा के बाद मंदिर में दान कर दें. पूजा संपन्न करने से पहले भगवान में पूजा में हुई गलतियों की माफी मांग लें.