डोमेस्टिक वायलेंस बेस्ड डार्क कॉमेडी फिल्म 'डार्लिंग्स' में एक ऐसे मैरीड कपल की कहानी है. जिसके पति का काम है सिर्फ अपनी पत्नी को पीटना.
'थप्पड़' एक युवा महिला की कहानी बताती है, जिसे पार्टी के दौरान उसका पति उसे सबके सामने थप्पड़ मार देता है. इस घटना से कपल की जिंदगी की दिशा बदल जाती है
देश भर में सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली फिल्म 'पैड मैन' ने उन महिलाओं के लिए एक राह बनाई जो कभी पीरियड जैसे टॉपिक पर खुलकर नहीं बोल पाई.
'टॉयलेट: एक प्रेम कथा' प्रभावशाली बॉलीवुड सामाजिक फिल्मों में से एक है, जो हमें सीखाती है कि कुछ करने की सोच और शौचालय हमारी जिंदगी में कितना जरुरी है
फिल्म 'पिंक' में चार सहेलियां खुद पर हुए उस उत्पीड़न के खिलाफ लड़ाई लड़ती हैं, जहां समाज में यह मानसिकता को दर्शाता है की महिलाएं न नहीं कर सकती.
जाति-भेदभाव के एक काले इतिहास पर आधारित फिल्म 'आर्टिकल 15' सामाजिक मुद्दों पर बनी सशक्त फिल्मों की सूची में है. जिसमें तीन बच्चियां गायब हो जाती हैं.
फिल्म 'ताली' की कहानी हमें यह बताती है कि देश में मौजूद ट्रांसजेंडर्स को भी एक आम जीवन जीने का अधिकार है.
सेक्स एजुकेशन पर आधारित फिल्म 'ओएमजी 2' उन बच्चों के लिए हैं. जो अपने पेरेंट्स के सामने अपनी बात रखने से हिचकिचाते हैं और कर बैठते हैं अनजाने में भूल.