धनतेरस के मौके पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है. लोग इस मौके पर जमकर सोने-चांदी की बनी चीजें खरीदते हैं. लेकिन फिजिकल सोना खरीदना निवेश नहीं होता है.
सोने की ज्वैलरी बनवाने में मेकिंग चार्ज भी देना होता है. अगर आप भी सोना खरीदने या निवेश करने की सोच रहे हैं तो इन चार तरीकों के बारे में सोच सकते हैं.
गोल्ड ETF के जरिए निवेशक इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में सोना खरीद/ बेच सकते हैं. NSE, BSE पर इस गोल्ड ETF की खरीद-फरोख्त की जाती है.
इसकी कीमत में होने वाला बदलाव मार्केट में फिजिकल गोल्ड की कीमत में होने वाले उतार-चढ़ाव से जुड़ा होता है.
ये एक म्यूचुअल फंड है जो मुख्य रूप से गोल्ड ETF में निवेश करता है. इसमें आप मासिक SIP के जरिए 500 रुपये से भी निवेश की शुरुआत कर सकते हैं.
इसमें आमतौर पर वो लोग निवेश करते हैं जिन्हें लंबी अवधि में ज्यादा रिटर्न चाहिए होता है. इसमें निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट की जरूरत नहीं होती है.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स को आप बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), नामित डाकघरों, स्टॉक एक्सचेंज- NSE, BSE के जरिए खरीद सकते हैं.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम के जरिए एक वित्त वर्ष में कोई व्यक्ति अधिकतम 4 किलो सोने में निवेश कर सकता है. इसकी न्यूनतम सीमा 1 ग्राम तक है.
अगर आप सोना खरीदना चाहते हैं तो डिजिटल गोल्ड भी अच्छा ऑप्शन हो सकता है. बहुत सारी वॉलेट कंपनियां डिजिटल गोल्ड की सुविधाएं देती हैं.
आप पेटीएम, फोनपे, गूगलपे जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन से डिजिटल गोल्ड खरीद सकते हैं.