बिहार में बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी के बाद अब केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे (Ashwini Kumar Chaube) भी एंबुलेंस विवाद में फंसते दिख रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक चौबे पर आरोप है कि उन्होंने पुरानी एंबुलेंस को नया (Old ambulance new poster) दिखा कर अभी कोविड काल में उसका फिर से उद्घाटन कर वाहवाही बटोरने की कोशिश की. बताया जा रहा है कि जिस एंबुलेंस का चौबे ने 2019 में उद्घाटन किया था उनपर नया पोस्टर लगवाकर अब फिर से उनका उद्घाटन कर डाला. कमाल है कि शनिवार को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने भी ट्वीट कर इसका पूरा श्रेय लिया. खुद सिविल सर्जन ने ये बात स्वीकार की है कि सभी एंबुलेंस पुरानी हैं और केवल नया पोस्टर लगाकर इनका उद्घाटन किया गया है.
एबीपी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक...
- 2019 लोकसभा चुनाव से पहले बक्सर के सांसद अश्विनी चौबे ने SJVN नाम की कंपनी से जिला स्वास्थ्य समिति को 6 एंबुलेंस दिलवाई. लेकिन चुनाव जीतने के बाद केंद्रीय मंत्री ने सभी एंबुलेंस वापस कंपनी को सौंपने का निर्देश दे दिया.
- लोगों के विरोध के चलते कंपनी एंबुलेंस वापस नहीं ले सकी और एंबुलेंस सदर अस्पताल कैंपस में धूल फांकती रही
- रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में अश्विनी चौबे ने बक्सर सिविल सर्जन को कहा कि इन एंबुलेंस को धनुष फाउंडेशन को हैंडओवर किया जाए
- पुरानी पांचों एंबुलेंस पर नया पोस्टर लगाकर बक्सर लाया गया और शनिवार 15 मई को एक बार अश्विनी चौबे ने वर्चुअल माध्यम से इनका उद्घाटन किया.