छत्तीसगढ़ के कांग्रेस (Chattisgarh Congress) एमएलए बृहस्पत सिंह की ओर से लगाए गए आरोपों के बाद उठे तूफान को थामने के लिए कांग्रेस पार्टी अब हरकत में आई है. बघेल सरकार में कद्दावर मंत्री टीएस सिंह देव पर जानलेवा हमला करवाने के आरोप लगाने वाले विधायक बृहस्पत सिंह पर एक्शन ले लिया गया है. छत्तीसगढ़ के प्रभारी पीएल पुनिया ने विधायक बृहस्पत सिंह को इस मामले में एक कारण बताओ नोटिस भेजा है, पुनिया ने कहा कि एमएलए ने आरोप लगाया कि टीएस सिंह देव ने उन पर जानलेवा हमला करवाया, लेकिन ये बात उन्होंने IG,गृहमंत्री और सीएम के सामने नहीं की. साथ ही पुनिया ने कहा कि उन्हें लगता है कि बृहस्पत सिंह ने ये आरोप भावनाओं में बह कर लगाए हैं.
इस के साथ ही पुनिया ने टीएस सिंह देव के मंगलवार के विधानसभा से वॉकआउट करन को लेकर भी प्रतिक्रिया दी. पुनिया ने कहा की टीएस सिंह काइस तरह बाहर आना एक भावनात्मक कदम था और पार्टी इस समस्या का हल निकालने की कोशिश करेगी. दरअसल कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह ने टीएस देव पर जानलेवा हमले करवाए जाने के आरोप लगाए थे, जिसके बाद मंगलवार को टीएस सिंह देव ने अपनी ही सरकार के विधानसभा सेशन से बायकॉट किया था. और कहा था कि जब तक पार्टी उनके खिलाफ जांच के आदेश नहीं देती तब तक वो खुद को विधानसभा में जाने के योग्य नहीं मानते.
दरअसल छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने टीएस सिंह देव की अगुवाई में ही चुनाव लड़ा था और वही सीएम फेस थे. लेकिन चुनाव में जीत के बाद कांग्रेस ने राजपरिवार से आने वाले सिंह देव की बजाय बघेल (Baghel) को चुना. खबरों के मुताबिक डील ये हुई थी कि दोनों ढाई ढाई साल सीएम रहेंगे. इसलिए अब इसे लेकर पार्टी के भीतर दोनों गुटों में टेंशन महसूस की जा रही है.