Monsoon Session के खत्म होते होते भी संसद में हंगामा जारी रहा. बुधवार शाम राज्यसभा में साधारण बीमा कारोबार राष्ट्रीयकरण संशोधन विधेयक को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार को घेरा और इस बिल को संयुक्त समिति के पास भेजने की मांग की. लेकिन सरकार ने उसकी इस मांग को अनसुना कर दिया और भारी शोर-शराबे के बीच बिल को पास करा लिया.
सरकार के इस कदम ने आग में घी का काम किया और रिपोर्ट्स की मानें तो सदन के भीतर मार्शल बुलाने तक की नौबत आ गई. सदन स्थगित किए जाने के बाद एनसीपी के नेता शरद पवार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बुधवार को महिला सांसदों पर जिस तरह से हमले हुए हैं, ऐसा अपने 55 साल के संसदीय करियर में उन्होंने कभी नहीं देखा. वहीं सरकार का आरोप है कि विपक्षी नेताओं ने सदन के नेता पीयूष गोयल के साथ दुर्व्यवहार किया और पैनल चेयरमैन, टेबल स्टाफ और महासचिव पर हमला करने की कोशिश की.