कोरोना का नया स्ट्रेन कितना घातक है इसका अंदाजा यहीं से लगा लीजिये कि ये RT-PCR जांच को भी मात दे रहा है और रिपोर्ट नेगेटिव होने पर भी लोग संक्रमित मिल रहे हैं. दिल्ली स्थित एम्स मेडिसिन विभाग के मुताबिक उसे सामने कई ऐसे मरीज आए हैं जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव थी लेकिन हालत गंभीर होने की वजह से उनका हाई रेजोल्यूशन सीटी (HRCT) किया गया तो उसमें फेफड़ों में कोरोना के गंभीर संक्रमण की पुष्टि हुई. कोरोना वायरस का रूप बदलने की वजह से आरटीपीसीआर जांच किट बनाने वाली कंपनियां भी उनमें बदलाव कर रही हैं लेकिन ये एक लंबी प्रक्रिया है. एक्सपर्ट्स ने ऐसा अंदेशा जताया है कि दिल्ली में कोरोना की दूसरी लहर 100 दिन तक चल सकती है और जब तक 70 फीसदी लोगों का टीकाकरण और सामुदायिक प्रतिरोधक क्षमता विकसित नहीं होगी ये लहर चलती रहेगी. राजधानी के हालात ये हैं कि बीते आठ दिनों में यहां रिकॉर्ड एक लाख संक्रमित मिले हैं और हर रोज औसतन 13 हजार लोग कोविड पॉजिटिव पाए जा रहे हैं.