राजस्थान (Rajashtan) की गहलोत (Ashok Gehlot) सरकार ने एक हाथ दे, दूसरे हाथ से ले वाली कहावत चरितार्थ की. सूबे की सरकार ने पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) के दामों पर राहत तो दी है लेकिन फ्यूल सरचार्ज (Fuel Surcharge) के नाम पर बिजली (Electricity Rate) की दरों में भारी इजाफा भी कर दिया है. प्रदेश में पहले से ही बिजली काफी महंगी है. लिहाजा, अब फ्यूल सरचार्ज लगने से ये और महंगी हो जाएगी.
बता दें कि केन्द्र सरकार द्वारा तेल के दाम में कमी करने के बाद से ही राजस्थान सरकार दबाव में थी. अब गहलोत सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर VAT की दरों को कम कर दिया है. जिसके मुताबिक 17 नवंबर को सुबह 6 बजे से पूरे प्रदेश में पेट्रोल 4 रुपये प्रति लीटर जबकि डीजल 5 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो गया है.
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दूसरी तरफ राजस्थान के तीनों डिस्कॉम जयपुर, जोधपुर और अजमेर ने 33 पैसे प्रति यूनिट की दर से फ्यूल सरचार्ज लगाया है. राज्य सरकार ने ये कदम डिस्कॉम्स को हो रहे 550 करोड़ का घाटा पूरा करने के लिए उठाया है. जिससे अगले तीन महीनों तक बिजली बिल बढ़कर आने की आशंका है.