मेनोपॉज़ (Menopause periods) एक नेचुरल प्रोसेस है जिसमें आपके पीरियड्स आने बंद हो जाते हैं. ऐसा तब होता है जब आपके हार्मोन में बदलाव होता है और ओवुलेशन और एस्ट्रोजन हॉर्मोन का बनना बंद हो जाता है.
नेशनल हेल्थ सर्विस, UK के अनुसार इस दौरान पीरियड्स अचानक पूरी तरह से बंद नहीं होते हैं बल्कि कुछ सालों या महीनों पहले से आपको इसके संकेत मिलने लगते हैं. अगर आपकी उम्र 45 से 50 साल (Perimenopause age) के बीच है और आप अपने पीरियड साईकल में बदलाव महसूस कर रहे हैं या आपको रेगुलर पीरियड्स नहीं आ रहे हैं तो ये मेनोपॉज़ के संकेत हो सकते हैं. मेनोपॉज़ से पहले भी कई स्टेजेस होती हैं जिन पर हम शायद ध्यान नहीं देते लेकिन ये बहुत ज़रूरी है कि आप इन ट्रांज़िशनल फेज़ेज़ के बारे में जाने और समझें.
अब मैं आपको दो टर्म्स बताऊंगी- प्री मेनोपॉज़ और पेरी मेनोपॉज़ (Menopause treatment). हो सकता है आप में से कई लोगों ने ये टर्म्स आज पहली बार सुनें हों, लेकिन आपके लिए इन्हें समझना बहुत ज़रूरी है.
अक्सर प्री मेनोपॉज़ और पेरी मेनोपॉज़ इन दोनों टर्म्स को एक दूसरे से कन्फ्यूज़ कर लिया जाता है लेकिन ये दोनों ही स्टेजेस अलग हैं.
प्री मेनोपॉज़ मेनोपॉज़ (Premenopause symptoms) से पहले की वो स्टेज है जिसमें कई बार आपको कोई विज़िबल सिम्पटम्स नज़र नहीं आते. वहीं पेरी मेनोपॉज़ स्टेज में सिम्पटम्स (Perimenopause symptoms) नज़र आने शुरू हो जाते हैं. ये स्टेज मेनोपॉज़ से कुछ महीने या कुछ साल पहले से शुरू हो सकती है.
इररेगुलर पीरियड्स, हॉट फ्लशेज यानी अचानक से गर्मी लगना, ब्रेस्ट टेंडरनेस, और प्री मेंस्ट्रुअल सिंड्रोम पेरी मेनोपॉज़ स्टेज के कुछ कॉमन सिम्पटम्स हैं. यहां पर आपको ये बताना ज़रूरी है पेरी मेनोपॉज़ फेज के दौरान भी आप कंसीव कर सकते हैं.
लेकिन जब ओवेरी एग बनाना बंद कर देती हैं और एस्ट्रोजन लेवल काफी ज़्यादा गिर जाता है तब आपके पीरियड्स पूरी तरह से बंद हो जाते हैं और अगर आपको एक साल तक पीरियड्स नहीं आते हैं तो समझ जाइये कि आप मेनोपॉज़ के फेज में हैं.
पीरियड्स ना आने के अलावा भी इस दौरान आपको कई दूसरे सिम्पटम्स अपने शरीर में नज़र आ सकते हैं, जैसे हॉट फ्लशेज, रात को पसीना आना, वजाइनल ड्राइनेस, सोने में परेशानी होना और मूड स्विंग्स.
ज़्यादातर लोग इन सिम्पटम्स को नज़रअंदाज़ कर देते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं इन्हें नज़रअंदाज़ करना आपके शरीर को नुक्सान पहुंचा सकता है . इसलिए अगर कोई भी सिम्प्टम आपको नज़र आये तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें.