भारत में पेगासेस जासूसी कांड (Pegasus snooping) को लेकर गर्माए विवाद के बीच अब Pegasus स्पाइवेयर के डेवलपर्स ने जांच की बात कही है. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि टेक्नोलॉजी के दुरुपयोग (misuse) के किसी भी विश्वसनीय सबूत की पूरी तरह से जांच (probe) की जाएगी, और जरूरत पड़ने पर सिस्टम को बंद कर दिया जाएगा.
Pegasus के निर्माता NSO ने ये भी कहा कि अब हम एमनेस्टी इंटरनेशनल और जासूसी कांड पर मीडिया के सवालों का कोई जवाब नहीं देंगे.
पेगासस को इजराइल स्थित साइबर इंटेलीजेंस और सुरक्षा फर्म NSO ग्रुप ने विकसित किया था, जिसका कथित तौर पर कई देश राजनेताओं, ज्यूडिसरी, एक्टिविस्ट और पत्रकारों की जासूसी करना के लिए करते हैं.
बता दें कि लीक हुई सूची के आधार पर द वायर की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पेगासस स्पाइवेयर ने कथित तौर पर कम से कम 40 भारतीय पत्रकारों को निशाना बनाया. हालांकि, NSO ने एमनेस्टी और फ्रांसीसी गैर-लाभकारी समाचार फॉरबिडन स्टोरीज की लीक की गई सूची से कोई संबंध होने से बार-बार इनकार किया है.