कोविशील्ड (Covishield) की दो डोज़ के बीच के गैप को 6-8 हफ्तों की जगह 12-16 हफ्ते करने के फैसले को लेकर अब केंद्र सरकार ने सफाई पेश की है. नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप (National Technical Advisory Group) के अध्यक्ष एन के अरोड़ा ने मंगलवार को कहा कि कोविशील्ड की दो खुराक के बीच गैप को बढ़ाने का फैसला पारदर्शी तरीके से लिया गया और ये पूरी तरह से वैज्ञानिक साक्ष्यों पर आधारित है.
उन्होंने ये भी कहा कि इस फैसले को लेकर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह के सदस्यों के बीच कोई असहमति नहीं थी. इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने भी ट्वीट कर कहा कि ये फैसला वैज्ञानिक आंकड़ों के आधार पर लिया गया और भारत में ऐसे हेल्थ डेटा के आकलन का बेहतरीन तंत्र है और दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे मामलों में भी राजनीति की जा रही है.
दरअसल सरकार और अरोड़ा का ये बयान ऐसे समय में आया है जब न्यूज़ एजेंसी रायटर्स ने कहा है कि NTAGI के 14 में से तीन सदस्य गैप बढ़ाने के लिए सहमत नहीं थे और वर्किग ग्रुप के सदस्यों ने कहा था कि NTAGI के पास इस तरह की सिफारिश करने के लिए पर्याप्त डाटा नहीं थे.
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