मुंबई में फर्जी वैक्सीनेशन कैंप (Mumbai Fake Vaccination Camp) के मुख्य आरोपी डॉ. मनीष त्रिपाठी ने सरेंडर (Dr Manish Tripathi Surrender) कर दिया है. त्रिपाठी ने अग्रिम जमानत की अर्जी दायर की थी, जिसे अदालत ने खारिज कर दिया था. मनीष त्रिपाठी पेशे से दांतों का डॉक्टर हैं. इनपर आरोप है कि कांदीवली में हीरानंदानी सोसाइटी के साथ-साथ 9 अलग अलग जगहों पर जो फर्जी वैक्सीन सप्लाई हुई थी वो मनीष ने ही उपलब्ध करवाई थी.
बता दें कि महाराष्ट्र में करीब 2 हजार से ज्यादा लोगों के फर्जी कोरोना वैक्सीनेशन (fake vaccine) लगाने का मामला सामने आया था. मुंबई के कांदिवली के हीरानंदानी सोसाइटी में फर्जी वैक्सीन के खुलासे के बाद वर्सोवा, परेल और ठाणे में भी इस तरह की घटनाएं देखी गई थीं. जिसके बाद पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें शिवम अस्पताल के मालिक डॉ. शिवराज पटारिया और उसकी पत्नी नीता पटारिया भी शामिल हैं. वहीं बीएमसी ने भी सख्त कदम उठाते हुए अब प्राइवेट सोसाइटी में वैक्सीनेशन के लिए नई गाइडलाइन जारी की है.