आपने अखबार के मैट्रिमोनियल सेक्शन को 'गोरे और सुन्दर' वर और वधू की तलाश के इश्तिहारों से भरा हुआ तो कई बार देखा होगा लेकिन ऐसा लगता है कि डिजिटल दुनिया भी इस से अछूती नहीं रही.
286 अविवाहित भारतीयों का एक ऑनलाइन सर्वे किया गया जिसमें 43 प्रतिशत लोगों ने किसी भी मैट्रिमोनियल प्रोफाइल को चेक करते समय लुक्स को सबसे ज़्यादा तरजीह दी है.
betterhalf.ai नाम की मैट्रिमोनियल साइट ने ये सर्वे किया और किसी भी प्रोफाइल के लिए इंटरेस्ट दिखाने से पहले लुक्स के बाद 22 प्रतिशत भारतीयों ने उम्र, 19 प्रतिशत ने प्रोफेशन और 16 प्रतिशत ने होने वाले साथी की सैलरी पर ध्यान दिया.
इस मैचमेकिंग एप के CEO पवन गुप्ता का कहना है कि एक ऑनलाइन प्रोफ़ाइल को देखते समय लुक्स का मतलब ये समझा जाना ज़रूरी नहीं है कि कोई दिखने में अच्छा या बुरा है बल्कि इसका मतलब ये भी है कि पिक्चर्स को किस तरह से अपलोड किया गया है, उनकी क्वालिटी कैसी है और कितनी अलग अलग तरह की फोटोज़ उस प्रोफाइल में अपलोड की गई हैं जो उसे एक इंटरेस्टिंग प्रोफ़ाइल बनाती हैं.
हालांकि यंग जेनेरेशन किसी भी प्रोफ़ाइल में इंटरेस्ट दिखाने से पहले कास्ट, रिलिजन, कम्यूनिटी और कल्चर जैसे ट्रेडिशनल फैक्टर्स के बजाय प्रोफेशन और सैलरी पर ज़्यादा ध्यान दे रही है. सर्वे में 58 प्रतिशत प्रतिभागियों ने इन फैक्टर्स को ज़्यादा महत्त्व नहीं दिया तो वहीं 48 प्रतिशत के लिए ये फैक्टर्स ज़रूरी थे.