कर्जें की संकट से जूझ रही देश की निजी एयरलाइन जेट एयरवेज (Jet Airways) एक बार फिर से उड़ान भरने को तैयार है, नेशनल कंपनीज लॉ ट्रिब्यूनल (National Company Law Tribunal) की मुंबई बेंच ने कालरॉक कैपिटल (Kalrock Capital) और मुरारी लाल जालान (Murari lal jalan) के रिजॉल्यूशन प्लान (Resolution plan) को कुछ शर्तों के साथ मंजूरी दे दी है. Resolution plan के अंतर्गत NCLT ने DGCA और एविएशन मिनिस्ट्री को जेट एयरवेज को स्लॉट अलॉट करने के लिए 90 दिन का वक्त दिया है.
CNBC-TV18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक जेट एयरवेज नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) से मंजूरी मिलने के 6 महीने के अंदर अपना कामकाज शुरु करने की तैयारी में है. बता दें कि नरेश गोयल (Naresh Goyal) ने 25 साल पहले जेट एयरवेज की स्थापना की थी, लेकिन भारी घाटे और कर्ज के कारण जेट एयरवेज अप्रैल 2019 में बंद हो गई थी. जिसके बाद लंदन स्थित कालरॉक कैपिटल (Kalrock Capital) और यूएई स्थित व्यवसायी मुरारी लाल जालान ने जेट एयरवेज के लिए सफल बोली लगाई थी. कैलरॉक-जालान कंसोर्टियम (Kalrock-Jalan consortium) ने अगले पांच वर्ष में बैंकों, वित्तीय संस्थाथाओं और कर्मचारियों को 1200 करोड़ रुपये के भुगतान का प्रस्ताव रखा है.