कोविड-19 महामारी की वजह से अर्थव्यवस्था में आने वाले गिरावट की 'भरपाई' के लिए भारत को अधिक तेज आर्थिक वृद्धि दर्ज करनी होगी. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी IMF की उप-मुख्य अर्थशास्त्री ने पीटीआई से बातचीत के दौरान कहा ये बात कही.
उन्होंने कहा कि चालू वर्ष में भारत की वृद्धि दर प्रभावशाली 12.5 फीसद रहने का अनुमान है. लेकिन अर्थव्यवस्था में 8 फीसदी की बड़ी गिरावट से उबरने के लिए भारत को कहीं अधिक तेज वृद्धि दर्ज और समन्वित नीतिगत प्रक्रिया की जरूरत होगी.
इसी के जरिये अर्थव्यवस्था को लॉन्ग टर्म के नुकसान से बचाया जा सकता है. साथ ही महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए अतिरिक्त आर्थिक प्रोत्साहन की भी वकालत की. उन्होंने कहा कि छोटी और मध्यम आकार की कंपनियों और कमजोर परिवारों को मदद उपलब्ध कराना सबसे अहम है.