Air Pollution and Mood Swings: देश की राजधानी दिल्ली में लगातार प्रदूषण (Pollution in Delhi) का स्तर बढ़ता जा रहा है, जिससे लोगों को खांसी, सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन जैसी समस्या होने लगी हैं. लेकिन प्रदूषण का असर सिर्फ इतना ही नहीं है; इससे और भी कई गंभीर बीमारियों का खतरा होता है.
प्रदूषित हवा में सांस लेने से मूड पर असर पड़ता है. इससे मूड स्विंग्स, स्ट्रेस, चिड़चिड़ापन और यहां तक कि डिप्रेशन (Depression) का भी खतरा होता है. अमेरिकन साइकेट्रिक एसोसिएशन की रिपोर्ट के अनुसार प्रदूषण मेंटल हेल्थ (Mental Health) पर भी नेगेटिव असर डालता है. इसके अलावा अगर आपको पहले से ही ऐसी कोई समस्या है तो खराब हवा की वजह से यह ट्रिगर हो सकती है.
इससे पहले वायु प्रदूषण की वजह से डायबिटीज होने के खतरे आशंका जताई गई थी. BMJ मेडिकल जर्नल में पब्लिश हुई इस रिसर्च के अनुसार हवा में मौजूद PM 2.5 का बढ़े लेवल से शरीर में ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ा रहा है.
12,000 पुरुषों और महिलाओं पर की गई इस रिसर्च में पाया गया कि जो लोग प्रदूषण वाले इलाकें में लंबे समय तक रहे उनमें शुगर का लेवल 20 से 22 फीसदी तक ज़्यादा था.
प्रदुषण के समय मास्क पहनने की कोशिश करें जो आपको प्रदुषण से बचने में मदद करता है. बहुत अधिक प्रदुषण होने पर घर से बहार निकलने से बचें.
घर में एयर पूरिफिएर का उपयोग करें जो घर की हवा को शुद्ध करने में मदद करता है. जहाँ तक संभव हो प्रदुषण को नियंत्रित करने के लिए सरकारी नियम और उपायों का पालन करें.
आपका भोजन स्वस्थ और पोषण से भरा होना चाहिए. फ्रेश फल और सब्ज़ियों का अधिक सेवन करें. जंक फ़ूड और बहुत अधिक प्रोसेस्ड फ़ूड से बचे.
एक्सरसाइज नियमित रूप से करें. व्यायाम आपके शरीर को स्वस्थ और प्रदुषण से बचने में मदद करता है. प्रदुषण के समय की घर पर योग कर सकते हैं.
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