Congress Chintan Shivir: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने पार्टी के चिंतन शिविर में PM नरेंद्र मोदी पर तीखा प्रहार किया और आरोप लगाया कि उनके 'मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस' का मतलब लगातार ध्रुवीकरण करना और डर का माहौल बनाना है.
उन्होंने कांग्रेस के ‘नवसंकल्प चिंतिन शिविर’ की शुरुआत पर पार्टी में बड़े सुधार की बात की और नेताओं का आह्वान किया कि वे ‘बड़ी सामूहिक कोशिशों से पार्टी में नई जान फूंकें क्योंकि अब पार्टी का कर्ज उतारने का वक्त आ गया है. उन्होंने कहा कि इस शिविर में राष्ट्रीय मुद्दों और संगठन पर ‘बोल्ड चिंतन’ होगा.
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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, ‘बीजेपी के लिए लोकतंत्र कोई मायने नहीं रखता. ऐसे फासीवादी लोग धर्म का नाम लेकर सत्ता पर काबिज हो गए.’ उन्होंने सांप्रदायिक झड़पों की हालिया घटनाओं का हवाला देते हुए PM मोदी पर निशाना साधा और कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में शांति की अपील करने का नैतिक साहस नहीं जुटा पा रहे हैं. उनके पास नैतिक साहस नहीं है.’
कांग्रेस का तीन दिवसीय चिंतन शिविर राजस्थान के उदयपुर में आयोजित हो रहा है. सोनिया गांधी ने देश में फैलती नफरत को लेकर कहा कि इसके गंभीर नतीजे होंगे. कांग्रेस अध्यक्षा ने कहा कि बीजेपी लगातार भड़काने का काम कर रही है. बीजेपी का रवैया अल्पसंख्यकों के प्रति क्रूरता से भरा है. सोनिया गांधी यही नहीं रुकी, उन्होंने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी की गलत नीतियों का ही परिणाम है कि किसानों ने उन्हें कानून वापस लेने पर मजबूर कर दिया.
सोनिया गांधी ने इस दौरान चिंतन शिविर को लेकर यह भी कहा कि यह हमारे सामने आने वाले कई कार्यों पर विचार-विमर्श करने का भी अवसर है. यह राष्ट्रीय मुद्दों के बारे में 'चिंतन' और हमारे पार्टी संगठन के बारे में सार्थक 'आत्मचिंतन' दोनों है. अब तक यह साफ है कि पीएम मोदी और उनके सहयोगियों का वास्तव में उनके 'अधिकतम शासन, न्यूनतम सरकार' के नारे से क्या मतलब है.
बता दें कि कांग्रेस चिंतन शिविर के बाद पार्टी अब टॉप टु बॉटम बड़े बदलाव की तैयारी में है. बता दें कि इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ट्रेन के जरिए दिल्ली से उदयपुर पहुंचे. साथ ही, पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी भी कांग्रेस के इस चिंतन शिविर में हिस्सा लेने पहुंची. लेकसिटी उदयपुर के ताज अरावली में हो रहे इस शिविर में कांग्रेस की ओल्ड गार्ड से लेकर युवा चेहरे भी मौजूद हैं. कांग्रेस की ओर से बताया जा रहा है कि यह चिंतन शिविर किसी आम इवेंट जैसा नहीं होगा.
इस चिंतन शिविर में लिए गए निर्णय नई कांग्रेस की नींव रखेंगे. कांग्रेस में बदलाव के साथ सभी नए मॉडल भी लागू किए जाएंगे. टिकट डिस्ट्रिब्यूशन से लेकर पद पर लंबे समय तक पद पर बने रहने वाले फॉर्मूला को बदलने की भी बात की जा रही है. इसके अलावा पार्टी में लगातार किसी को 5 साल के बाद पद नहीं दिया जाए, कम से कम 3 साल का कूलिंग पीरियड रहे. तीन साल के गैप के बाद ही आगे कोई पद दिया जाए.