RCP Singh : केंद्र में मंत्री रहे और कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी रहे आरसीपी सिंह (RCP Singh) ने मीडिया के माध्यम से शनिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. इस दौरान उन्होने जम कर जेडीयू और सीएम नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) पर हमला किया. पार्टी से इस्तीफा देने के बाद जेडीयू को उन्होने डूबता हुआ जहाज कह डाला. इतना ही नहीं उन्होने पार्टी पर उनकी छवि खराब करने का आरोप भी लगाया. उन्होने कहा कि पार्टी में अब कुछ भी नहीं बचा है .
इस दौरान उन्होने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जम कर हमला किया. आरसीपी सिंह ने कहा कि देश में ऐसा कौन मुख्यमंत्री होगा जो शाम में तीन घंटे सिर्फ बातें कर निकाल देता हो? नीतीश कुमार के प्रधानमंत्री बनने के मुद्दे पर उन्होने कहा कि वो 7 जनम में भी पीएम नहीं बन सकते, इस जनम की बात तो छोड़ दें.
Bihar News: JDU ने RCP सिंह को भेजा नोटिस, लगाए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप, जानें पूरा मामला
बता दें कि आरसीपी सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे. 2013 और 2022 के बीच उन पर लगे आरोपों की वजह से जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष ने कारण बताओ नोटिस जारी किया था और जवाब देने को कहा था. उन पर नालंदा के दो प्रखंडों में खरीदी गई 40 बीघा जमीन को लेकर भी सवाल उठाए गये थे. साथ ही उनपर अपनी पत्नी और दूसरे लोगों के नाम से भी संपत्ति खरीदने के आरोप लगे थे. हालांकि इस पर सफाई देते हुए उन्होने कहा कि सब कुछ का इलाज हो सकता है, ईर्ष्या का नहीं. आज उनके ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये जा रहे हैं. उन्होने कहा कि उनकी या उनकी बेटी के नाम पर जो भी जमीन है उसके सारे दस्तावेज मौजूद हैं. इनकम टैक्स के रिटर्न फाइल में सबका जिक्र है. ये उनकी पुश्तैनी जमीन है. बेटी ने जो भी खरीदा सब अपनी कमाई से खरीदा. यूपी में जाकर पता लगाइए. सेवा काल में किसी का एक कप चाय भी नहीं पीया. उन्होने कहा कि वो जमीन का नेता हैं. ऐसा कोई केंद्रीय मंत्री नहीं मिलेगा जो दिल्ली से आकर अपने गांव में रहता हो. जो मेरी प्रॉपर्टी चेक करवाना चाहते हैं वो खुद का करवा लें.
आरसीपी सिंह ने कहा कि जेडीयू अब झोला ढोने वालों की पार्टी बनकर रह गई है. पिछले एक साल से पार्टी का कोई कार्यक्रम नहीं हुआ है. पहले जिलाध्यक्ष का चुनाव समय पर नहीं होता था. आज तो जिला, प्रखंड व बूथ स्तर पर अध्यक्ष बनाए गए हैं. जेडीयू में कार्यकर्ताओं की कोई इज्जत नहीं है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की है कि इस डूबते हुए जहाज को छोड़ दें. आरसीपी सिंह ने कहा कि ऐसा नहीं है कि सांसद बनने से पहले वो काम नहीं करता थे, वो आईएएस थे. आज जो लोग पटना में परिक्रमा कर रहे हैं वो कल तक पार्टी का विरोध करते थे. खुद को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बताते थे.