देश के कई राज्यों में लोगों को 31 मई से पेट्रोल डीजल (Petrol Diesel) की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है. एबीपी न्यूज की खबर के मुताबिक इसकी वजह यह है कि 14 राज्यों के पेट्रोल पंप डीलरों ने 31 मई 2022 से सरकारी तेल कंपनियों के ऑयल डिपो से पेट्रोल डीजल नहीं खरीदेने का फैसला किया है.
पेट्रोल पंप डीलर की दो मांग इस प्रकार से है?
पंप मालिकों का कहना है कि 2017 के बाद से पेट्रोल डीजल बेचने पर उनका कमीशन नहीं बढ़ाया गया है. जबकि पेट्रोल डीजल का न्यूनत्तम स्टॉक रखने के लिए डीलरों को जो निवेश करना होता है वो महंगे दामों के चलते दोगुना हो चुका है.
पेट्रोल पंप डीलरों का कहना है कि 60 से 70 रुपये में जब पेट्रोल मिला करता था और 45 से 50 रुपये में जब डीजल मिल रहा था उस समय उन्हें जो कमीशन मिला करता था वहीं कमीशन पेट्रोल डीजल की कीमत 100 रुपये से ऊपर जाने पर मिल रहा है. मौजूदा समय में पेट्रोल पंप मालिकों को पेट्रोल बेचने पर 3.85 रुपये प्रति लीटर तो डीजल बेचने पर 2.58 रुपये प्रति लीटर का कमीशन मिलता है.
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बता दें कि पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों का सामना कर रहे देश के नागरिकों को केंद्र सरकार ने शनिवार को बड़ी राहत देने का ऐलान किया था. केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क (एक्साइज ड्यूटी) को 8 रुपये और डीजल पर 6 रुपये कम कर दिया था.
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