कोरोना के कारण करीब दो साल बाद बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) के कपाट (Kapat) आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं. हजारों भक्तों (devotees) की जयकारों और ढोल-नगाड़ों के बीच रविवार सुबह 6.15 बजे कपाट खोले गए.
रविवार तड़के तीन बजे से ही कपाट (Badrinath Dham Kapat) खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई. बद्रीनाथ धाम को 12 क्विंटल फूलों (flower) और लाइटों से सजाया गया. मंत्रोच्चारण और पूरे विधि विधान के साथ कपाट खोले गए. इस मौके पर बड़ी संख्या में जुटे श्रद्धालु भक्ति भाव और उल्लास में डूबे दिखे...जबकि बद्रीनाथ के दर्शन को लेकर उत्साहित कई भक्त तो इस मौके पर थिरकते भी दिखे.
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बता दें कि कपाट खुलने के साथ ही अब अगले छह महीने तक श्रदालु बद्रीनाथ धाम जा सकेंगे, लेकिन एक दिन में 15 हजार भक्त (15 thousand devotees) ही भगवान बद्रीनाथ के दर्शन कर सकेंगे. दरअसल इस साल चारों धाम में प्रतिदिन दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की संख्या तय कर दी गई है.
सरकारी आदेश के मुताबिक, बद्रीनाथ धाम में रोजाना 15 हजार, केदारनाथ में 12 हजार, गंगोत्री में 7 हजार और यमुनोत्री में 4 हजार श्रद्धालुओं को ही प्रतिदिन दर्शन करने की अनुमति होगी. बता दें कि चारधाम यात्रा 3 मई को अक्षय तृतीया के अवसर पर गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट खुलने के साथ शुरू हुई थी. फिर छह मई को बाबा केदारनाथ धाम के कपाट खुले थे.