देशभर में किराए के मकान खोज रहे है टेक कर्मचारी. टेक कंपनियां अब अपने कर्मचारियों को ऑफिस से काम करने के लिए बुला रही हैं. वर्क फ्रॉम ऑफिस शुरू हो जाने के बाद लोगों को किराए के मकान तलाशने पड़ रहे हैं. इसलिए कर्मचारी, मकान मालिक के बढ़ाये हुए किराए का सामना कर रहे है. यही वजह है की देश के 13 मेट्रो शहरों में किराया पिछले साल के मुकाबले लगभग 16 फीसदी बढ़ गया है. किराए में सबसे ज्यादा उछाल ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम और बेंगलुरु में दर्ज किया गया है.
ऑनलाइन वेबसाइट मैजिकब्रिक्स (Magicbricks) की रिपोर्ट सामने आई है जिसमें कहा गया है कि, जनवरी-मार्च की तिमाही में इन सभी बड़े शहरों में किराए में उल्लेखनीय वृद्धि हुई. देश में सबसे ज्यादा 32.1 प्रतिशत किराया ग्रेटर नोएडा में बढ़ा है. इसके बाद गुडगाँव में 24.5 फीसदी और बेंगलुरु में 23.7 फीसदी बढ़ा है किराया. तिमाही आधार पर भी किराए में 2.8 फीसदी का उछाल आया है. वही यही किराया अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में लगभग 1.6 फीसदी बढ़ गया था. देश के दूसरे प्रमुख शहरों में जैसे चेन्नई में किराया 24.9 फीसदी, नवी मुंबई में 20.1 फीसदी और नोएडा में 19.2 फीसदी बढ़ा है.
मैजिकब्रिक्स के रिसर्च हेड अभिषेक भद्रा ने बताया वर्ष 2020 के पहले किराए के लिए उपलब्ध घरों की संख्या 3 फीसदी की दर से बढ़ रही थी. हालांकि, साल 2022 से कंपनियों ने वर्क फ्रॉम ऑफिस पर जोर देना शुरू कर दिया था. इसके चलते किराए के लिए घरों की डिमांड तेजी से बढ़ी. इस वजह से मकान मालिकों को फायदा हुआ. आगे आने वाले कुछ महीनों में किराए में यह वृद्धि जारी रहेगी. चालू वित्त वर्ष की पहली दो तिमाही में किराए के लिए घरों की डिमांड बनी रहेगी. बेंगलुरु, गुरुग्राम, हैदराबाद और नोएडा जैसे आईटी शहरों में किराया तेजी से बढ़ रहा है.