HRA Claims : अगर आप भी करना चाहते है हाउस रेंट अलाउंस क्लेम तो इन बातों का रखें ध्यान

Updated : Apr 23, 2024 18:11
|
Editorji News Desk

HRA Claim: 1 अप्रैल से वित्त वर्ष 2024-25 शुरू हो गया है. लोग इनकम टैक्स रिटर्न भरने की शुरुआत भी कर रहें है. आयकर विभाग ने आईटीआर फॉर्म जारी कर दिए है.इसके अलावा कंपनियां अपने कर्मचारियों को इन्वेस्टमेंट डिक्लेरेशन देने के लिए सूचना भेज चुके हैं. न्यू टैक्स रिजीम और ओल्ड टैक्स रिजीम के सेलेक्शन को लेकर कर्मचारियों के बीच चर्चा चल रही है.

ओल्ड टैक्स रिजीम में इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने वाले लोगों को इंवेस्टमेंट प्रूफ देने की जरूरत होती है और इसके लिए एक बड़ा कंपोनेंट होता है एचआरए यानी हाउस रेंट अलाउंस. एचआरए क्लेम करने के जरिए सैलरीड क्लास का बड़ा वर्ग अपना टैक्स बचाने की कोशिश करता है. अगर आप भी अपना एचआरए क्लेम करना चाहते है तो इन बातो का ध्यान जरूर रखें.

रेंट रिसीट या रसीदों पर पूरी तरह  निर्भर ना रहें

ज्यादातर ओफिस में एचआरए क्लेम करने के लिए किरायों की रिसीट लगाई जाती हैं. ये हर बार टैक्स डिडक्शन से छूट की गारंटी नहीं होती और आपको इसके अलावा भी कुछ पक्के डॉक्यूमेंट अपने पक्ष में लगाने जरूरी है जैसे कि बैंक के अकाउंट की डिटेल्स.

रेंट एग्रीमेंट न बनवाना बढ़ा सकता है परेशानी

कई बार एचआरए क्लेम करने के लिए रेंट एग्रीमेंट नहीं बनाते है, अपने भाई या किसी और रिश्तेदार का घर होने का जिक्र कर देते है. अगर कभी मामले की जांच होती है और रेंट एंग्रीमेंट न होने पर आपका एचआरए डिडक्शन खारिज किया जा सकता है. 

कैश में पेमेंट करना बढ़ा सकता है मुश्किलें

अगर आप अपने मकान मालिक को कैश में पेमेंट कर रहे और आपके पास इसका कोई प्रूफ नहीं है तो आपका कैंसिल हो सकता है आपका  एचआरए क्लेम हमेशा मकान मालिक के बैंक अकाउंट में किराए का ट्रांजेक्शन करना चाहिए और इसका बैंक स्टेटमेंट आपके पास होना चाहिए.

 

House Rent

Recommended For You

editorji | बिज़नेस

Petrol Diesel Rates on July 05, 2024: पेट्रोल-डीजल की नई कीमतें हुईं अपडेट, चेक करें

editorji | भारत

Mukesh Ambani और Sonia Gandhi में क्या हुई बातचीत? मुलाकात के पीछे थी ये बड़ी वजह

editorji | बिज़नेस

Share Market की उड़ान जारी, लगातार दूसरे दिन बना ये बड़ा रिकॉर्ड

editorji | बिज़नेस

'Koo' होगा बंद, कंपनी के को-फाउंडर्स ने दी जानकारी

editorji | बिज़नेस

India में गरीबी घटकर 8.5 प्रतिशत पर आईः NCAER Study