Gorakhpur, UP Police: गोरखपुर में बिजनेसमैन मनीष गुप्ता की संदिग्ध मौत के मामले में बवाल जारी है. एक तरफ सीएम योगी पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की बात कर रहे हैं तो दूसरी तरफ पुलिस महकमा आरोपी पुलिसवालों को बचाने के लिए नई-नई थ्योरी पेश कर रहा है. गोरखपुर SSP के हड़बड़ाहट में गिरने की थ्योरी के बाद अब यूपी के एडीजी (लॉ एंड आर्डर) प्रशांत कुमार ने भगदड़ थ्योरी सुनाई है. एडीजी के मुताबिक शुरुआत में यह बताया गया कि पुलिस होटल में जांच करने पहुंची थी. इसी दौरान वहां भगदड़ मची और गिरने से मनीष गुप्ता के सिर में चोट आई. उन्होंने ये भी बताया कि पोस्टमॉर्टम में भी मनीष गुप्ता के सिर में चोट लगने का मामला सामने आया है. साथ ही कहा कि जांच जारी है और दोषी होने पर किसी को बख्शा नहीं जाएगा.
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी मनीष के सिर पर चोट लगने की बात सामने आई है. लेकिन इसके साथ ही उनके शरीर पर कई और गंभीर चोट के निशान मिले हैं, जो पुलिस की बर्बरता की ओर इशारा करते हैं. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, मनीष गुप्ता के दाहिने हाथ की कलाई पर डंडे से गंभीर चोट लगी थी. दाहिने हाथ की बांह पर भी डंडे की पिटाई के निशान हैं और बाएं आंख की ऊपरी परत पर भी चोट लगी है. इसके अलावा मनीष के सिर पर लगी गंभीर चोट उनके लिए जानलेवा साबित हुई.
फिलहाल इस मामले में 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है और उनके खिलाफ हत्या का केस दर्ज भी हो गया है, पर अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. वहीं मनीष की पत्नी और पूरा परिवार लगातार न्याय की मांग कर रहा है.