महामारी के इस दौर में घर बैठे ज्यादातर बच्चों को ऑनलाइन गेमिंग की लत लग चुकी है. आज हम आपको बताएंगे कि ऑनलाइन गेम खेलने की ये आदत किस तरीके से बच्चों और उनके पेरेंट्स के लिए खतरा बन गई है.
पहला खतरा- बैंक बैलेंस पर डाका
यूपी के झांसी में 12 साल के बच्चे ने गेम को अपडेट करने के चक्कर में अपनी मां के अकाउंट से दो महीने में 7 लाख रुपए उड़ा दिए
छत्तीसगढ़ के कांकेर में गेम के लेवल को अपग्रेड करने में एक बच्चे ने अपनी मां के अकाउंट से 3 महीने में 3 लाख रुपए से ज्यादा खर्च कर दिए
देहरादून में ऑनलाइन गेम खेलने के चक्कर में 13 साल के बच्चे ने अपने पिता के खाते से 7 लाख रुपए उड़ा दिए
दूसरा खतरा- मानसिक बीमारी
ऑनलाइन गेमिंग का दूसरा और सबसे बड़ा खतरा है कि बच्चे मानसिक रूप से बीमार हो रहे हैं.
लगातार गेम खेलने से बच्चों में सिरदर्द, बदन दर्द और आंखों में परेशानी की शिकायतें आ रही हैं.
तो देखा आपने ऑनलाइन गेमिंग और सर्फिंग कैसे बच्चों और उनके पेरेंट्स के लिए मुसीबत बनती जा रही है. ऐसे में जानिए ऑनलाइन गेमिंग से बच्चों को बचाने के टिप्स क्या हैं.
गेमिंग से बच्चों को बचाने के Tips
बच्चों के सामने मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल न करें
बच्चों को अकेला न छोड़ें, उन्हें वक्त दें और उनसे बातें करें
बच्चों को खेलने के लिए खिलौने दें
बच्चों को बुक्स पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें
खाली समय में बच्चों को ड्राइंग और डांस वगैरह सिखाएं
ये तो हुई बच्चों को ऑनलाइन गेमिंग से बचाने की बात. लेकिन अगर आपके बच्चों को मोबाइल चलाने की आदत लग चुकी है तो आपको क्या करना है. वो भी जान लीजिए.
बच्चों को मोबाइल की आदत लग जाए तो?
अपने मोबाइल का पासवर्ड बदलते रहें
प्ले स्टोर जैसी ऐप से अपने बैंक अकाउंट को डीलिंक कर दें
वक्त वक्त पर अपना और बच्चों का मोबाइल चेक करते रहें
बच्चे कौन सी ऐप इस्तेमाल कर रहे हैं, इसका भी ध्यान रखें
बच्चों की कुछ-बहुत बिगड़ चुकी आदत को सुधारने के लिए आपको उनपर थोड़ा ध्यान देना होगा. बच्चों का मन कच्चा होता है. आप जैसे ही उन्हें कुछ नई चीज सिखाएंगे वो पुरानी आदत भूल जाएंगे. इसलिए ऑनलाइन फ्रॉड के इस दौर में बेहद सतर्क और सावधान रहें.