पिछले डेढ़ साल से देश में कोरोना का असर (Effect of corona) है...जिसकी वजह से बच्चों की शिक्षा बुरी तरह प्रभावित हुई है. इंडियन एक्सप्रेस ने एक स्टडी के हवाले से बताया है कि कोरोना के दौरान देश ग्रामीण क्षेत्रों (Rural areas) में केवल 8 फीसदी छात्रों ने ऑनलाइन क्लास (online class) किया.
ये सर्वे रिपोर्ट नामचीन अर्थशास्त्री ज्यां द्रेज (Economist Jean Dreze) और कई दूसरे शोधकर्ताओं की एक टीम ने मिलकर तैयार की है. इस टीम ने पिछले महीने 15 राज्यों के गरीब परिवारों के 1,400 स्कूली बच्चों का सर्वेक्षण किया.
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जिसके मुताबिक लंबे समय तक प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों (primary schools) के बंद रहने से छात्रों का बहुत नुकसान हुआ है, खासकर ग्रामीण इलाकों में. सर्वे के नतीजों के मुताबिक शहरों के 24 फीसदी बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे थे तो गांवों के महज 8 फीसदी. शहरों में 19 फीसदी बच्चे बिल्कुल पढ़ाई नहीं कर रहे थे तो गांवों में आंकड़ा 37 फीसदी है.
- स्कूल सर्वे के नतीजे
शहरी ग्रामीण
नियमित तौर पर पढ़ाई कर रहे बच्चे 24% 8%
तीन महीने के दौरान परीक्षाएं नहीं दीं 52% 71%
कुछ शब्दों से ज्यादा नहीं पढ़ सकते 42% 48%
कोरोना काल में बिल्कुल नहीं पढ़ रहे 19% 37%
गांवों के 75 फीसदी पैरेन्ट्स मानते हैं कि लॉकडाउन के दौरान उनके बच्चों की पढ़ने की क्षमता घट गई है वहीं 97 फीसदी अभिभावक चाहते हैं कि स्कूल दोबारा खुलने चाहिए.