कांग्रेस ने रिपोर्ट्स के आधार पर मोदी सरकार पर राहुल गांधी समेत दूसरे नेताओं और पत्रकारों की जासूसी करवाए जाने का आरोप लगाया है. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी और उनके स्टाफ की जासूसी करवाई गई, और सरकार से पूछा कि क्या ये है आपकी उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई? कांग्रेस ने कहा कि ऐसा लगता है कि मोदी सरकार ने संविधान, कानून के शासन और नागरिकों के मौलिक अधिकारों पर हमला बोल रखा है. रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पीएम मोदी और अमित शाह की अगुवाई वाली बीजेपी को अपना नाम बदलकर 'भारतीय जासूस पार्टी' रख लेना चाहिए.
कांग्रेस ने मोदी सरकार से 6 सवाल पूछे हैं ...
- क्या मुख्य चुनाव आयुक्त, राहुल गांधी जैसे नेता, कैबिनेट मंत्रियों, पत्रकारों, एक्टिविस्टों की जासूसी करवाना देशद्रोह नहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं?
- क्या 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले मोदी-शाह जासूस करवा रही थी?
- भारत सरकार ने इजरायली सॉफ्टवेयर कब खरीदा? इसकी अनुमति पीएम मोदी या अमित शाह ने दी? इसके लिए कितना खर्चा आया?
- 2019 से 2021 के बीच मोदीजी को जानकारी थी तो आप और गृहमंत्री शाह चुप क्यों रहे?
- देश में आंतरिक सुरक्षा के जिम्मेवार अमित शाह हैं तो क्या अमित शाह को बर्खास्त नहीं किया जाना चाहिए?
- क्या इसमें प्रधानमंत्री की भूमिका की भी जांच नहीं होनी चाहिए ?
वहीं सरकार के बाद अब बीजेपी ने भी प्रेस कांफ्रेंस कर इन आरोपों को गलत बताया है.