आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने फिर एक बार मुसलमानों को लेकर अहम बयान दिया है. मंगलवार को संघ प्रमुख ने कहा कि, आजादी के बाद भारत से पाकिस्तान गए मुसलमानों (Migrated Muslim) की उस देश में कोई इज्जत नहीं मिली क्योंकि वो भारत की तरह उदारवादी नहीं हैं. वीर सावरकर पर लिखी एक किताब की लॉन्चिंग के दौरान RSS चीफ ने ये बातें कहीं.
उन्होंने कहा कि भारत में हमेशा से हिंदू और मुसलमान एक साथ रहते आए हैं. भारत में कोई अल्पसंख्यक नहीं है, सभी हिंदू हैं. इसलिए भारत में मुसलमानों में जो नायक (Muslim Hero) हुए हैं उनको भी हमें अपना आदर्श बनाना चाहिए.
अपने भाषण में उन्होंने इसके उदाहरण भी गिनाएं...भागवत के मुताबिक दारा शिकोह, अशफाकुल्लाह, इब्राहीम खान गार्दी और हसन खां मेवाती जैसे लोगों को हमें अपना आदर्श मान कर उन पर गर्व करना चाहिए. इस दौरान भागवत ने सर सैय्यद अहमद खान की भी जमकर तारीफ की. भागवत ने कहा कि, सेना में भी मुसलमानों का बड़ा अहम योगदान है, जम्मू-कश्मीर में मुसलमान शहीदों के नाम पर स्कूलों का नाम रखा जा रहा है, जो बहुत अच्छी बात है.