बिहार में महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर माथापच्ची जारी है. राजद चाहती है कि वो ज्यादा से ज्यादा सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे. तो वहीं कांग्रेस इस बार पिछले चुनाव के मुकाबले ज्यादा सीट चाहती है. यही कारण है कि कोई भी पार्टी सीट बंटवारे को लेकर कुछ नहीं बोल रही.
उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा और चयन के लिए कांग्रेस ने अविनाश पांडे की अध्यक्षता में स्क्रीनिंग कमेटी तो बना दी, लेकिन अब तक यह किसी को पता नहीं है कि पार्टी कितनी और किन सीटों पर चुनाव लड़ेगी. यहां तक कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के दिल्ली दौरे के दौरान भी कोई मुलाकात या बात नहीं हो पाई है. उधर सीट बंटवारे को लेकर जीतनराम मांझी ने पाला बदल लिया और अब खबर है कि उपेंद्र कुशवाहा भी नाराज हैं. उनका कहना है कि सीट बंटवारे में देरी होने से चुनाव में महागठबंधन को ही नुकसान होगा.
खबर है कि राजद इसबार कम से कम 160 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. कांग्रेस को उम्मीद है कि उसे करीब 80 सीटें मिलेंगी. फिर सवाल है कि बची हुई पार्टियों का क्या होगा.