पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब लोक कांग्रेस के अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह (Capt Amarinder Singh) का दावा है कि नवजोत सिंह सिद्धू को राज्य के मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए पाकिस्तान से सिफारिश आई थी. सिफारिश करने वाले कोई और नहीं, बल्कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान थे.
सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कैप्टन ने कहा, 'पाकिस्तान के पीएम ने एक अनुरोध भेजा था कि यदि आप सिद्धू को अपने मंत्रिमंडल में ले सकते हैं तो मैं आभारी रहूंगा, वह मेरे पुराने मित्र हैं. अगर वह काम नहीं करेंगे तो आप उन्हें हटा सकते हैं.' अमरिंदर सिंह ने दावा करते हुए कहा कि मैंने मना कर दिया और अपनी कैबिनेट से भी निकाल दिया.
भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल भी अब उनके लिए यूपी चुनाव में मुश्किल खड़े कर रहे हैं. बिहार में बीजेपी की सहयोगी जेडीयू और विकासशील इंसान पार्टी अब उत्तर प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने जा रही है. वीआईपी ने 30 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित किए हैं जबकि जेडीयू 26 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या ये दोनों पार्टी चिराग पासवान के रास्ते पर तो आगे नहीं बढ़ रही है. क्योंकि इन दोनों पार्टियों का यहां कोई जनाधार नहीं है. लेकिन अगर इन्होंने जाति के आधार पर वोट काटे तो नुकसान बीजेपी के ओबीसी वोट बैंक का होगा.
आम आदमी पार्टी (AAP) अब दिल्ली मॉडल के जरिए चुनावी जंग जीतने की कोशिश में लगी है. यही नहीं, अपने डिजिटल कैंपेन को आगे बढ़ाने के लिए आम लोगों को जोड़ने की पहल की है. इसके तहत दिल्ली वाले, दिल्ली सरकार के अच्छे कामों का वीडियो बनाकर ट्विटर, इंस्टाग्राम फेसबुक पर अपलोड करेंगे और लोगों को बताएंगे कि उन्हें इससे कैसे फायदा हुआ? इसके साथ ही पांचो चुनावी राज्यों में जो भी उनके परिचित होंगे, उन्हें व्हाट्सएप्प के जरिए केजरीवाल को एक मौका देने के लिए अपील करना होगा. 50 दिल्लीवासी जिनके वीडियो वायरल होंगे, उन्हें चुनाव के बाद सीएम केजरीवाल के साथ डिनर पर आमंत्रित किया जाएगा.
..... किया तो मिलेगा केजरीवाल के साथ डिनर का मौका? AAP ने खेला नया चुनावी दांव
भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व सहयोगी उद्धव ठाकरे के 'राजनीति के लिए हिंदुत्व का इस्तेमाल' वाले बयान पर पलटवार किया है. पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने सोमवार को हमला तेज करते हुए कहा शिवसेना का तब जन्म भी नहीं हुआ था, उस वक्त मुंबई नगर निकाय में भाजपा के सदस्य थे. इतना ही नहीं, साल 1984 के लोकसभा चुनाव में उनके पार्टी के उम्मीदवार ने बीजेपी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ा था.
इससे पहले रविवार को शिवसेना के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा था कि शिवसेना ने सहयोगी के रूप में भाजपा के साथ 25 साल 'बर्बाद' किए. शिवसेना ने भाजपा के साथ गठबंधन किया था क्योंकि वह हिंदुत्व के लिए सत्ता चाहती थी. शिवसेना ने कभी भी सत्ता के लिए हिंदुत्व का इस्तेमाल नहीं किया.
एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि पाकिस्तान भारत का असली दुश्मन नहीं है, बीजेपी वोटों के खातिर पाकिस्तान को निशाना बनाती है. बस फिर क्या था बीजेपी ने इसे चुनावी मुद्दा बना लिया. BJP प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि याकूब मेनन फांसी पर चढ़ गया, नहीं तो अखिलेश यादव उसे भी टिकट देते और कसाब को स्टार प्रचारक बना लेते.
यूपी विधानसभा चुनावों में वोटिंग की घड़ी जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, एक-दूसरे पर नेताओं के कटाक्ष तीखे होने लगे हैं. एक-दूसरे के घेरने की कोशिश में लगातार निजी आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं. मायावती ने जहां ट्वीट कर गोरखपुर स्थित मठ की तुलना बंगले से की है, तो सीएम योगी आदित्यनाथ ऑफिस के हैंडल से किए ट्वीट में मायावती के सरकारी विमान से सैंडल मंगाए जाने का जिक्र किया गया है.
समाजवादी पार्टी की ओर से सरकार बनने के बाद 300 यूनिट बिजली मुफ्त दिए जाने के वादे के साथ रजिस्ट्रेशन कराने पर चुनाव आयोग ने जवाब मांगा है. सपा के इस अभियान को लेकर आयोग से शिकायत की गई थी. इसे प्रलोभन देने का मामला बताते हुए शिकायत की गई थी. अब आयोग ने सभी जिलों के निर्वाचन अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है.
यूपी विधानसभा चुनाव के लिए BJP ने अब तक 194 प्रत्याशियों के नाम का ही ऐलान किया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक रविवार को पार्टी के कोर ग्रुप की बैठक हुई थी. जिसमें बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, यूपी के सीएम यागी आदित्यनाथ, बीजेपी यूपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य शामिल हुए. सारी माथापच्ची के बाद भी बीजेपी अब तक उम्मीदवारों की तीन लिस्ट जारी कर पाई है
समाजवादी पार्टी ने गृहमंत्री अमित शाह की शिकायत निर्वाचन आयोग में दर्ज कराई है. शिकायत में आरोप लगाया गया है कि शाह और उनके समर्थकों ने कैराना में कैराना में कोरोना नियमों का सरेआम उल्लंघन किया है. सपा ने कहा है कि अमित शाह के डोर-टू डोर कैंपेन के दौरान भारी भीड़ उमड़ी थी.
एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में अखिलेश यादव ने गोरखपुर सीट से भाजपा के विधायक रहे राधामोहन दास अग्रवाल को सपा में आने का न्यौता दिया है. अखिलेश यादव ने कहा कि यदि वह सपा में आना चाहें तो उनका स्वागत है. बता दें कि अग्रवाल गोरखपुर से लंबे समय से विधायक रहे हैं, लेकिन अब योगी आदित्यनाथ के उस सीट से लड़ने के फैसले के चलते उन्हें इस बार टिकट नहीं मिल पाया है
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