इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में रविंद्र जडेजा ने 87 रनों की बेहतरीन पारी खेली.
जडेजा की पारी की बदौलत भारत ने इस मैच में 190 रनों की बढ़त हासिल की और इसके साथ ही मैच पर अपनी मजबूत पकड़ भी बनाई.
जडेजा ने अपने टेस्ट करियर का 19वां अर्धशतक लगाते हुए फिर एकबार यह साबित कर दिया कि वे इस फॉर्मेट के ऑलराउंडर की नंबर-1 कुर्सी पर क्यों काबिज हैं.
जडेजा के गेम में पिछले 4 सालों में काफी बदलाव आया है. 2019 से पहले और उसके बाद वाले आंकड़े इस बात की गवाही देते है.
जडेजा ने साल 2012-18 के दौरान अपने टेस्ट करियर में 59 मैचों में 31.20 की औसत से कुल 1404 रन बनाए थे. इस दौरान उन्होंने 9 अर्धशतक और एक शतक लगाया था.
जबकि 1 जनवरी 2019 से अब तक जडेजा ने 29 टेस्ट मैचों में 43.56 की औसत से 1487 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने 2 शतक और 11 अर्धशतक जमाए हैं.
4 सालों में आए इस बदलाव में जडेजा की टेस्ट औसत से लेकर शतक और अर्धशतकों की बढ़ी संख्या दर्शाती है कि जडेजा की बैटिंग में कितना पॉजिटिव बदलाव आया है.
जडेजा ने अपने ओवरऑल टेस्ट करियर में अब तक 69 मैचों में 36.99 की औसत से 2885 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने 3 शतक और 20 पचासे भी जड़े है.